हरिद्वार, उत्तराखंड में आज रिश्वत लेते हुए अलग-अलग मामलों में दो पटवारियों को सस्पेंड कर दिया है। पहले मामले में यूपीसीएल में ठेकेदारी का काम करने के लिए एक व्यक्ति द्वारा जनपद के एक पटवारी से हैसियत प्रमाण पत्र के लिए कहने पर पटवारी द्वारा हैसियत प्रमाण पत्र में जांच पत्र बनवाने के एवज में रिश्वत मांगी। पीड़ित की शिकायत पर देहरादून सतर्कता अधिष्ठान द्वारा पटवारी को रिश्वत लेते हुए सैनीपुरम कालोनी रूड़की से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के सतर्कता सैक्टर देहरादून पर धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के अन्तर्गत मामला दर्ज किया गया है। निदेशक सतर्कता अमित कुमार सिन्हा द्वारा ट्रैप टीम को उत्साह वर्धन हेतु पुरस्कार देने की घोषणा की है।
वहीँ दूसरे मामले में हरिद्वार तहसील के एक पटवारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।श्यामपुर निवासी एक युवक के घर में पटवारी रिश्वत के पैसे लेता हुआ नजर आ रहा है। वीडियो में युवक द्वारा पटवारी को रसियाबड़ में 5 हजार रुपए देने की बात भी कही जा रही है। जिस पर पटवारी जवाब देते हुए कह रहा है कि उसने उसका काम कर दिया था। पटवारी की ओर से रिश्वत लेने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिस पर संज्ञान लेते हुए पटवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। एसडीएम द्वारा बताया गया कि वायरल वीडियो में पटवारी एक घर में युवक से वार्ता करता नजर आ रहा है। जबकि युवक नोट की गिनती करता दिखाई दे रहा है। जिस पर संज्ञान लेते हुए पटवारी को सस्पेंड कर पूरे मामले की जांच तहसीलदार को सौंप दी गई है।