ऋषिकेश/देहरादून 4 जून, पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखाकर प्रवेश करने को लेकर कई ख़बरें आ रही थी। जिसके चलते आज कृषि मंत्री सुबोध उनियाल अचानक ही मुनिकीरेती चेकपोस्ट पर पहुँच कर औचक निरिक्षण किया उन्होंने मुनिकीरेती क्षेत्र में फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखाकर जनपद में प्रवेश करने के मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। यहां मौके पर उन्होंने पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तलब किया। जांच के दौरान एक मामला भी पकड़ में आया।
टिहरी जिला प्रशासन ने जनपद की सीमाओं पर कोविड जांच के लिए चेक पोस्ट बनाई हैं। इन चेक पोस्ट पर नेगेटिव रिपोर्ट के आधार पर ही जनपद में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। तपोवन चेक पोस्ट स्थित सीआरएल लैब की रिपोर्ट पर कई लोग यहां प्रवेश कर रहे हैं, जबकि इस लैब के पास आरटी-पीसीआर जांच करने का अधिकार ही नहीं है। इस मामले को लेकर खुलासा अख़बारों में भी हुआ था। इन्ही फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने ढालवाला चेकपोस्ट पर छापेमारी की। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं और एंटीजन रैपिड टेस्ट की रिपोर्टों का गहनता से निरीक्षण किया। इस दौरान मौके पर मौजूद हरियाणा के चार युवकों ने पूछताछ के दौरान कैबिनेट मंत्री को बताया कि यहां चेकपोस्ट पर एक घंटे में ही उन्हें आरटीपीसीआर रिपोर्ट बनाकर दी गई है। जिसके बाद कैबिनेट मंत्री का पारा चढ़ गया, तुरंत इसकी सूचना स्वास्थ्य और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को दी गई तथा इसके साथ ही इसकी जांच के निर्देश दे दिए। पुलिस ने चेक पोस्ट पर एक संदिग्ध युवक मिला, जो इस तरह की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का काम करता है। पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया है, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र नगर रविंद्र कुमार चमोली और प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी को तत्काल संबंधित लैब में जाकर जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि इस मामले में दोषी कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस दौरान मौके पर पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी, मंडी समिति अध्यक्ष विनोद कुकरेती, मुनिकीरेती थाना निरीक्षक कमल मोहन भंडारी, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सदानंद पोखरियाल, चौकी प्रभारी आशीष कुमार मौजूद थे।
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