म्यूकोर माइकोसिस अपडेट
- उत्तराखंड में आज तक ब्लैक फंगस के 161 सक्रिय मामले सामने आए हैं, ठीक होने वाले 13 और अब तक कुल 14 मौतें हो चुकी हैं।
- प्रदेश में आधे से अधिक ब्लैक फंगस के 117 केस अब तक एम्स ऋषिकेश में भर्ती हुए हैं आज 2 मरीज स्वस्थ हुए और कोई मौत नहीं
देहरादून 28 मई, कोरोना महामारी के बीच म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) एक दोहरी चुनौती के रूप में सामने आया है। एंजियोइनवेसिव फंगल अथवा ब्लैक फंगल एक घातक संक्रमण है। मगर, चिकित्सकों का मानना है कि इससे घबराने की नहीं, बल्कि सही समय पर जागरूक होने और लक्षण दिखने पर उपचार शुरू कराने की आवश्यकता है। एंजियोइनवेसिव अथवा ब्लैक फंगल, इन दिनों तेजी से अपना प्रभाव दिखा रहा है। उत्तराखंड में आज तक ब्लैक फंगस के 161 सक्रिय मामले सामने आए हैं, स्वस्थ होने वाले 13 और अब तक कुल 14 मौतें हो चुकी हैं।
उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में ही अकेले सबसे ज्यादा आज तक ( शुक्रवार) शाम 5 बजे तक म्यूकोर माइकोसिस( ब्लैक फंगस) के कुल 117 केस आ चुके हैं। आज किसी भी मरीज की मृत्यु की खबर नहीं है और अस्पताल से अभी तक 2 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब एम्स अस्पताल में ब्लैक फंगस के शेष 106 मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज चल रहा है।