देहरादून 6 मार्च 2022, आज रविवार को 3 मेकानाईज्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट (1/8जीआर) के पूर्व सैनिक संगठन ने अपनी रेजिमेंट का 198वाँ स्थापना दिवस विशाल स्वीमिंग पूल फार्म हाऊस जामुनवाला में धूमधाम से मनाया।
इस आयोजन में सर्वप्रथम विश्वव्यापी कोरोना महामारी में दिवंगत पुण्य आत्माओं को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कोविड -19 की तीसरी लहर में सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए इस वर्ष स्थापना दिवस समारोह की तिथि आगे बढा़या गया।
आज इस अवसर पर बटालियन के पूर्व सैनिक संगठन के वरिष्ठ सलाहकार कर्नल पीबी थापा(सेनि) ने अवगत कराया कि तृतीय बटालियन, मेकानाईज्ड इन्फेंट्री रेजिमैंट (1/8जीआर) का गठन 19 फरवरी 1824 को कैप्टन पेट्रिक डजन के नेतृत्व में सिलहट (हाल में बांगलादेश) में 16 सिलहट लोकल बटालियन के नामसे गठित की गयी, तत्पश्चात सन् 1907 में बटालियन का नाम प्रथम बटालियन 8वीं गोर्खा राईफल्स (1/8जीआर)रखा गया।
सन् 1981 में आठवीं गोर्खा राईफल्स से अलग होकर मेकानाइज्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट का हिस्सा बनी और स्थापना की तिथि के अनुसार वरिष्ठता में वर्तमान नाम- 3 मेकानाइज्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट मिला।
सचिव कैप्टन राम सिंह गुरूंग ने बताया कि हम प्रतिवर्ष स्थापना दिवस समारोहका आयोजन करते हैं। इसका उदेश्य 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ पूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों को सम्मानित करना, पुरानी यादों को ताजा करना, पूर्व सैनिकों की पेंशन संबंधित समस्याओं का निदान ,स्वास्थ्य एवं युवाओं की सेनामें भर्ती संबधित योजनाओं का आदान-प्रदान करना भी है। साथ ही कोविड -19 से सतर्क रहना तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का सुझाव भी दिया गया।
कैप्टन देवेंद्र कुमार गुरूंग ने अवगत कराया कि हमें गर्व है कि परमवीर चक्र विजेता मेजर (स्व) धन सिंह थापा और जकार्ता एशियाड में मुक्केबाजी में प्रथम स्वर्ण पदक विजेता, अर्जुन अवार्ड से अलंकृत एवं उत्तराखण्ड सरकार द्वारा लाईफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित कैप्टन पदम बहादुर मल्ल भी इसी बटालियन से हैं। आज के स्थापना दिवस समारोह में कर्नल एमएस रावत,कर्नल जगमोहन रावत, कैप्टन मोहन सिंह बोहरा, कैप्टन रामसिंह गुरूंग, कैप्टन देवेंद्र कुमार गुरूंग, सुबेदार शेरजंग राना, सुबेदार गजेंद्र सिंह थापा, सुबेदार थमन सिंह थापा, हवलदार विरेंद्र गुरूंग, हवलदार मोहन राना , हवलदार राजेश थापा एवं बटालियन के पूर्व सैनिक व उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।