देहरादून, 13 जुलाई। उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने हेतु संचालित “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन” के तहत जनपद चंपावत, पिथौरागढ़ पुलिस एवं एसटीएफ द्वारा एक उल्लेखनीय सफलता अर्जित की गई है। आज नेपाल सीमा से सटे क्षेत्र गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर (टनकपुर) में चलाए गए चेकिंग अभियान के दौरान 5 किलो 688 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स बरामद की गई है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 10.23 करोड़ से अधिक आंकी गई है। इस दौरान एक महिला अभियुक्ता ईशा पत्नी राहुल कुमार निवासी ग्राम पम्पापुर, थाना बनबसा, जनपद चंपावत उम्र 22 वर्ष को गिरफ्तार किया गया। महिला को पुलिस टीम ने काले पिट्ठू बैग के साथ संदिग्ध अवस्था में नहर की ओर भागते देखा, जिसे रुकवाकर पुलिस उपाधीक्षक टनकपुर सुश्री वंदना वर्मा की उपस्थिति में तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान भारी मात्रा में सिंथेटिक ड्रग मेथाएम्फेटामीन बरामद की गई। गिरफ्तार महिला ने बताया कि उक्त मादक पदार्थ उसके पति राहुल कुमार व उनके सहयोगी कुनाल कोहली टनकपुर निवासी द्वारा 27 जून को पिथौरागढ़ से लाया गया था। दोनों अभियुक्त मौजूदा समय में ठाणे (मुंबई) में पंजीकृत एक एनडीपीएस मामले में वांछित हैं। आज महिला को मादक पदार्थ को शारदा नहर में नष्ट करने का निर्देश दिया गया था, किंतु इससे पहले ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। ड्रग का अनुमानित अंतर्राष्ट्रीय मूल्य 18,000 प्रति ग्राम हैं। बरामद ड्रग की कुल कीमत दस करोड़ तेईस लाख चौरासी हजार रुपये हैं। अभियुक्ता के विरुद्ध थाना बनबसा में धारा 8/21/22 एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्ता को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ द्वारा पुलिस टीम को 50,000 के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।