देहरादून। राष्ट्रीय आइस स्कैटिंग प्रतियोगिता 2025 में उत्तराखण्ड के खिलाडियो ने फिर से बाजी मारते हुए राज्य की झोली में 9 पदक डाले हैं। 20वीं राष्ट्रीय आइस स्कैटिंग प्रतियोगिता का आयोजन 25 जून से 30 जून के दौरान आइस रिंग हिमाद्री, आइस स्कैटिंग रिंग में भारतीय आइस स्कैटिंग एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित किया गया था। इस प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के 23 खिलाडियो ने व देश के 19 राज्यो से आए 500 खिलाडियो ने भाग लिया था। राज्य के लिए यहां के खिलाडियो ने 9 पदक हासिल किए और उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया। आज परेड ग्राउंड के निकट स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में आइस स्कैटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड के अध्यक्ष एवं 2025 प्रतियोगिता के ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के सदस्य शिव पैन्यूली ने बताया कि देशभूमि में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय आइस स्कैटिंग खेल आइस स्कैटिंग अंतराराष्ट्रीय आइस स्कैटिंग यूनियन से संबंधित है और शीतकालीन ओलंपिक खेल का हिस्सा है। देश में आइस स्कैटिंग के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उन्होने कहा कि हमारे देश में खेल के मैदान न के बराबर हैं। हालांकि 1970 के दशक में देश के सबसे पहले इंडोर आइस रिंग जैक्शन आइस रिंग मसूरी में आइस स्कैटिंग एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड के वर्तमान सदस्यो शिव पैन्यूली, तकनीकी सचिव रूपा सिंह और आयोजन सचिव सिंगारा सिंह आदि ने प्रारंभिक स्कैटिंग का ज्ञान प्राप्त किया था। उन्होने बताया कि 20वीं राष्ट्रीय आइस स्कैटिंग प्रतियोगिता में राज्य के 23 खिलाडियो ने भाग लिया और 9 मैडल हासिल कर यह सिद्व कर दिया कि यदि इन खिलाडियो को सरकार द्वारा लगातार आइस स्कैटिंग रिंग उपलब्ध कराया जाता रहेगा तो निश्चित ही वे आगामी प्रतियोगिता में देश मे अग्रीम स्थान प्राप्त कर राज्य को गौरविंत करेंगे। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से कोच सुखबीर सिंह रावत, सौरभ सोनकर, नरेंद्र नेगी, यशवंत सिंह, प्रचार सचिव सुरेश भट्ट आदि शामिल थे।