देहरादून 25 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने नई दिल्ली में बनाये जा रहे केदारनाथ मंदिर प्रकरण के पटाक्षेप पर बयान जारी करते हुए कहा कि नई दिल्ली में श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग की तर्ज पर भाजपा सरकार की शह पर बनाये जा रहे मंदिर निर्माण का कार्य रोके जाने के साथ ही भाजपा की घिनौनी राजनीति का भी पटाक्षेप हो गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि श्रीकेदारनाथ से शिला ले जाकर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में जिस प्रकार केदारनाथ की तर्ज पर मंन्दिर निर्माण कर सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाई उससे सनातन धर्म के प्रति भाजपा की कुत्सित एवं घिनौनी राजनैतिक सोच उजागर हुई है। श्री करन माहरा ने कहा कि राज्य की धामी सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है तथा अब अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए इस प्रकार की सनातन धर्म विरोधी घिनौनी राजनीति कर रही है जिसका स्थानीय धर्माचार्यों एवं कांग्रेस पार्टी ने पुरजोर विरोध किया जिसके परिणामस्वरूप मन्दिर निर्माण समिति को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत अपनी राजनीतिक स्वार्थपूर्ति के लिए सनातन धर्म के पौराणिक धार्मिक स्थलों की मान्यता को समाप्त करने की साजिश की जा रही थी जिसका देश के हर उस व्यक्ति ने विरोध किया जो सनातन धर्म और भगवान केदारनाथ में पूरी आस्था रखता है। उन्होंने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार 12वीं-13वीं सदी में स्थापित श्रीकेदारनाथ का अनादिकाल से अपना ऐतिहासिक, पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व है यही नहीं सनातन धर्म के अनुसार केदारनाथ बडे-बडे ऋषियों की तपस्थली रहा है तथा पांडवों द्वारा महाभारत के युद्ध के उपरान्त यहीं पर शिव की शरण लेकर अपने कुटुम्बीजनों की हत्या के पाप से मुक्ति पाई थी। परन्तु आज सनातन धर्म की रक्षक होने का झूठा ढोंग करने वाली पार्टी के मुखिया स्वयं सनातन धर्म के धार्मिक स्थलो को छिन्न-भिन्न करने का प्रयास कर रहे हैं जिसे कोई भी सनातनी सहन नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली में बनने वाले मन्दिर निर्माण को रोका जाना करोड़ों करोड़ शिव भक्तों की जीत का परिचायक है।