देहरादून। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आज माउंट एवरेस्ट अभियान 2025 के लिए एक दृष्टिबाधित कर्मचारी को प्रायोजित करने की घोषणा की गई, जो समावेशिता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बैंक के समर्पण को रेखांकित करता है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की प्रबंध निदेशक एवं सीईओ ए. मणिमेखलै द्वारा छोंजिन अंगमो के दृढ़ संकल्प और अदम्य साहस की सराहना की गई तथा अभियान में उनकी सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी गई। छोंजिन माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त करने वाली पहली दिव्यांग पर्वतारोही बनने जा रही हैं। ए. मणिमेखलै द्वारा बैंक के दिल्ली अंचल कार्यालय में अंगमो को उनकी यात्रा में सहयोग देने के लिए औपचारिक रूप से 56 लाख रुपये का प्रायोजन चेक भी प्रदान किया गया। असाधारण साहस और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए, छोंजिन अंगमो को अक्टूबर 2024 में माउंट एवरेस्ट बेस कैंप अभियान में भाग लेने के बाद माउंट एवरेस्ट अभियान 2025 के लिए सफलतापूर्वक चुना गया है। अंगमो ने एडवेंचर बियॉन्ड बैरियर फाउंडेशन एनजीओ की खारदुंग ला पास साइकिलिंग प्रतियोगिता, सितंबर 2022 में कनम पीक अभियान सहित विभिन्न एथलेटिक प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। उन्होंने साहसपूर्वक दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र, सियाचिन ग्लेशियर पर भी चढ़ाई की है और 15,632 फीट की ऊंचाई पर कुमार पोस्ट तक पहुंची हैं। अंगमो की उल्लेखनीय उपलब्धियां और प्रेरक कहानी सशक्तिकरण और समावेशिता की भावना को दर्शाती है जिसे यूनियन बैंक ऑफ इंडिया बढ़ावा देने का प्रयास करता है।