25.1 C
Dehradun
Monday, July 7, 2025

चिरंजीवी भगवान परशुराम जन्म उत्सव अक्षय तृतीया से सम्बंधित लिखा खुला पत्र

देहरादून। अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति ने चिरंजीवी भगवान परशुराम जन्म उत्सव अक्षय तृतीया से सम्बंधित उत्तराखंड शासन प्रशासन को खुला पत्र भेजा हैं।

अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति देवभूमि उत्तराखंड मे चिरंजीवी भगवान परशुराम जन्म उत्सव अक्षय तृतीया सम्मानजनक रूप मनाये जाने से संम्बंधित एक खुला पत्र उत्तराखंड शासन प्रशासन को प्रदान किया। उत्तराखंड गठन से ही उत्तराखंड के सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास मे ब्राह्मण समाज का विशिष्ट एवं उल्लेखनीय योगदान रहा है व राज्य की सांस्कृतिक विशिष्टता के संरक्षण, संवर्धन मे ब्राह्मण समुदाय का विशेष योगदान है। राजनैतिक दृष्टि से भी ब्राह्मण समाज प्रदेश की राजनीति की मुख्य धुरी है। किसी भी चुनाव या पद आवंटन मे ब्राह्मण समाज की उपस्थिति का विशेष ध्यान रखा जाता है। जनसंख्या घनत्व के अनुसार उत्तराखंड प्रदेश मे देश के अन्य राज्यों के अनुपात मे सर्वाधिक ब्राह्मण है प्रदेश की जनसंख्या का लगभग बीस प्रतिशत,और यह वो ब्राह्मण समाज है जो मुगलो के अत्याचार से सनातन धर्म की रक्षा करने, सनातन पूजा पद्वती और धर्म ग्रंथो को बचाने के लिए अपने सब कुछ छोड़ कर सदियों पहले बिहड़ पहाड़ो मे आकर रहा। परन्तु 25 साल के इस उत्तराखंड मे शासन प्रशासन ने अब तक सनातन धर्म व ब्राह्मण समाज के आराध्य अष्ट चिरंजीवीयों मे से एक द्विजश्रेष्ठ धर्म रक्षक चिरंजीवी भगवान परशुराम के जन्म दिवस अक्षय तृतीया को महत्वपूर्ण नहीं समझा गया। जिससे ब्राह्मण समाज हतोत्साहित है। काफी समय से ब्राह्मण समाज के विभिन्न संघठन चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्म दिवस अक्षय तृतीया पर सार्वजनिक अवकाश की मांग कर रहे है। अक्षय तृतीया का पर्व प्रदेश की आर्थिक व आध्यत्मिक दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है इसी दिन चार धाम यात्रा का आरम्भ होता है गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते है। 24 सितम्बर 2023  को देवनगरी हरिद्वार मे आयोजित ब्राह्मण महाकुम्भ मे भी एक मांग पत्र /ज्ञापन प्रदान कर अन्य विषयो के साथ साथ इस विषय को प्रमुखता से उठाया गया परन्तु अब तक कोई निर्णय शासन प्रशासन द्वारा इस विषय पर किया गया। चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्म दिवस अक्षय तृतीया पर प्रदेश के राज्यपाल, प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री या सूचना विभाग द्वारा प्रदेश की जनता को बधाई सन्देश देना भी आवश्यक नहीं समझा जाता जिससे ब्राह्मण समाज स्वंय को उपेक्षित प्रतीत कर रहा है। अब तो प्रदेश मे अन्य राज्यों के स्थापना दिवस, त्यौहार उत्तराखंड मे बहुत विस्तृत व धूम धाम से बनाये जाने लगे है पर ब्राह्मण समाज की इस दृष्टि से अभी उपेक्षा हो रही है। अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति  आज प्रेस वार्ता व इस खुले पत्र के माध्यम से उत्तराखंड प्रदेश के शासन प्रशासन को पुनः सूचित करती है की इस वर्ष दिनांक 30 अप्रेल 2025 को चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्म उत्सव अक्षय तृतीया पर ब्राह्मण समाज के सम्मान व भावनाओं का आदर करते हुए सम्मानजनक उचित निर्णय ले व प्रदेश की राजधानी मे महापुरषो के नाम पर बन रहे द्वार की श्रेणी मे चिरंजीवी भगवान परशुराम जी को समर्पित एक द्वार का निर्माण नेहरू कालोनी देहरादून, मोहब्बेवाला देहरादून या अन्य उपयुक्त स्थान पर किया जाये। साथ-साथ समस्त ब्राह्मण समाज से समिति आग्रह करती है की यदि उत्तराखंड शासन प्रशासन को ब्राह्मण समाज के आराध्य चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के जन्म उत्सव अक्षय तृतीया को सम्मानजनक रूप से बनाने मे अभी संकोच है या और अधिक इस विषय पर इनको मंथन करना है तो ब्राह्मण समाज अपने सम्मान की रक्षा के लिए स्वंय आगे आये। ब्राह्मण ज़ब अपने सम्मान के लिए लडता है तो एक साधारण से बालक चन्द्रगुप्त मौर्य को अजापाल से प्रजापाल (राजा) बना देता है। ब्राह्मण समाज के सम्मान के लिए ब्राह्मण समाज के साथी अक्षय तृतीता को अपने कार्यलय,नौकरी व व्यापार से स्वेछिक अवकाश ले ब्राह्मण समाज के आराध्य चिरंजीवी भगवान परशुराम जी का जन्म उत्सव बनाये, कार्यक्रम आयोजित करे, जो कार्यक्रम आयोजित हो रहे है उनमे सहभागी बने। ब्राह्मण समाज के साथियो द्वारा संचालित किये जा रहे स्कूल, कॉलेज, इंस्टिट्यूट, विश्व विद्यालय मे एक घण्टे का कार्यक्रम आयोजित कर एक सभ्य समाज की स्थापना मे ब्राह्मण समाज के योगदान का ज्ञान छात्रों को दे मिष्ठान वितरित करे। ब्राह्मण समाज के साथियों द्वारा संचालित व्यापारिक प्रतिष्ठानों मे इस विषय पर उचित निर्णय ले कार्यक्रम आयोजित किये जाये।

प्रेस वार्ता मे बद्रीनाथ धाम के पंडित भाष्कर डिमरी, गंगोत्री धाम के रावाल पंडित हरीश सेमवाल, यमुनोत्री धाम के रावाल पंडित ज्योति प्रसाद उनियाल, केदारनाथ धाम के पंडित शशांक उपाध्यय, समिति संरक्षक आरएन शर्मा, पवन शर्मा, एमसी शर्मा, श्रीमती आभा बड़थवाल  समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा, सचिव रूचि शर्मा, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष अभय उनियाल, महासचिव डॉ अजय वशिष्ठ, जिला देहरादून अध्यक्ष पंकज शर्मा, महासचिव राजेश शर्मा, महानगर देहरादून अध्यक्ष राजेश पंत, महासचिव देवाशीष गौड़, देवभूमि नारी शक्ति की प्रभारी एडवोकेट राजगीता शर्मा,अध्यक्ष भारती जोशी, महासचिव मधु शर्मा व डीके शर्मा, वासु वशिष्ठ, एस के शर्मा, विशाल कौशिक एडवोकेट पंकज शर्मा, एडवोकेट मुकेश शर्मा,राकेश शर्मा, आशीष शर्मा, रामगोपाल शर्मा, प्रमोद शर्मा तुषार शर्मा,नीरज कौशिक आदि सम्मलित रहे।

 

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img
spot_img
spot_img

Stay Connected

22,024FansLike
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest Articles

- Advertisement -spot_img
error: Content is protected !!