देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की भानू सप्तमी के दिन सूर्यदेव की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और जीवन में चल रहीं तमाम समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार, भानु सप्तमी मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन मनाया जाता है। कहा जाता है इस दिन सूर्यदेव को अर्घ्य जरुर चढ़ाएं। इसके साथ ही सूर्य मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की पंचांग के अनुसार, भानु सप्तमी मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन मनाई जाती है। इस बार भानु सप्तमी 8 दिसंबर, रविवार को मनाई जाएगी। सप्तमी तिथि हर महीने में दो बार आती है। अगर यह तिथि रविवार को पड़ जाती है तो उसे भानु सप्तमी माना जाता है।
भानु सप्तमी के दिन किस चीज का दान करें :-
भानु सप्तमी के दिन गुड़ का दान करना शुभ होता है। जिन लोगों के विवाह में समस्याएं आ रही है, उनकी दिक्कतें दूर हो सकती है और मनोवांछित फलों की भी प्राप्ति हो सकती है। सूर्य देव को गुड़ का भोग बेहद पसंद है। मान्यता है कि गुड़ दान करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और दान करने वाले व्यक्ति पर अपनी कृपा बरसाते हैं। इसके साथ ही रुके हुए सारे कार्य पूर्ण होंगे। जिन लोगों का स्वास्थ्य खराब रहता है, वो लोग तांबे के बर्तन सूर्य देव को अर्पित करें। बता दें कि, तांबे का बर्तन सूर्यदेव को समर्पित होता है। सूर्य व्यक्ति को ऊर्जा, स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता प्रदान करता है। किसी भी जातक की कुंडली में सूर्य दोष है, तो तांबे का बर्तन दान जरुर करें। इससे काफी लाभ होता है। इस दिन अन्न का दान करना बेहद शुभ होता है। माना जाता है कि अन्न दान करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और रोग दोष से छुटकारा मिल जाता है। अगर किसी व्यक्ति को मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है, भानु सप्तमी के दिन अन्न का दान करें।