रुद्रप्रयाग। आज जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस परिवार द्वारा पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस शहीदों को याद कर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गयी। एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय कोंडे ने पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मृति स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित किया गया, अन्य उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों द्वारा पुष्पचक्र/श्रद्धा सुमन अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर उन वीरों को श्रद्धांजलि दी गयी जिन्होने नागरिकों की सुरक्षा एवं राष्ट्र सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी है। 01 सितम्बर 2024 से 31अगस्त 2025 के बीच, पूरे देश में 186 पुलिस तथा अर्द्धसैनिक बलों के अधिकारियों और कर्मियों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए बलिदान दिया है इनमें उत्तराखण्ड पुलिस के 04 जवान अ.उ.नि. पुष्कर चन्द्र जोशी, अ.उ.नि. संजीव नयन जगूड़ी, आरक्षी धनराज एवं आरक्षी गोकुल लाल शामिल हैं। 21 अक्टूबर का दिन हर वर्ष भारतीय पुलिस बल के लिए विशेष महत्व रखता है। यह दिन “राष्ट्रीय पुलिस स्मृति दिवस” के रूप में मनाया जाता है, जब हम उन साहसी साथियों को नमन करते हैं, जिन्होंने अपने कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। यह अवसर हमें याद दिलाता है कि मातृभूमि की रक्षा में कितने पुलिसकर्मियों ने अपने जीवन की परवाह किए बिना अपने सर्वस्व की आहुति दी। पुलिस स्मृति दिवस का इतिहास- 21अक्टूबर 1959 का दिन था, लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के पास CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की पेट्रोलिंग पार्टी के तीन ऑफिसर्स को भारत-तिब्बत बॉर्डर पर चीनी सैनिकों ने अपनी हिरासत में ले लिया, अगले दिन जब उनकी तलाश में सीआरपीएफ की टीमें गई तो उन पर पहले से घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। सीआरपीएफ के जवानों ने भी उस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन उस अचानक हुए हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए तथा सात अन्य जवान घायल हो गए, उसी दिन से उन 10 वीर सीआरपीएफ जवानों की शहादत को याद करते हुए प्रत्येक वर्ष संपूर्ण भारतवर्ष में अपने कर्तव्य पथ पर प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।




