देहरादून, 19 अक्टुबर। प्रेग्नेंसी में आप सिर्फ अपने लिए नहीं खाती हैं बल्कि आपके खाने से शिशु को भी पोषण मिलता है और उसका विकास आपके आहार पर ही निर्भर करता है। आप प्रेग्नेंसी में व्रत तो रख सकती हैं लेकिन आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा। करवां चौथ का व्रत ही एक ऐसा व्रत होता है, जो निर्जल-निराहार करना होता है। इस व्रत का टॅुटना बहुत ही अशुभ माना जाता है। ऐसे में गर्भवती महिला के सामने यह संकट आ खड़ा होता है कि वह इस व्रत का पालन कैसे करें।
संजय आर्थोपीड़िक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेन्टर की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डाॅ. सुजाता संजय ने गर्भवती महिलाओं को करवां चौथ व्रत रखने के लिए यह सलाह दी कि पहले तो यह उपवास आपके अजन्में शिशु के लिए सुरक्षित हो। हालांकि, अगर आप स्वस्थ व अच्छा महसूस कर रही हैं और आपकी गर्भावस्था भी बिना किसी समस्या के आगे बढ़ रही है, तो ऐसी स्थिति में व्रत रखना सुरक्षित हो सकता है।
अगर, आप व्रत के लिए सक्षम और स्वस्थ महसूस न कर रही हों या फिर अपने स्वास्थ्य और शिशु की सलामती को लेकर चिंतित हों, तो उपवास शुरू करने से पहले अपनी डाॅक्टर से बात करें। आपकी डाॅक्टर संभवतः आपके शारीरिक स्वास्थ्य और चिकित्सा इतिहास की समीक्षा करेगी। वह शायद अन्य जटिलताओं को भी देखना चाहेंगी, जैसे की गर्भावधि मधुमेह एवं एनीमिया। वह यह भी देखेगी की आपके गर्भ में एक से अधिक शिशु तो नहीं पल रहे। वह आपको उपवास रखने के लिए तभी कहेगी, जब वह देख लेगी की सब ठीक-ठाक है।
आपने व्रत रखना तय किया है तो इस बार करवा चौथ के व्रत में थोड़ा परिवर्तन करें। सबसे पहले भौर काल सरगी जरूर करें और इस वक्त एक बड़ा गिालास दूध जरूर पीए। एक कटोरा फ्रूट सलाद बनाकर दिन में लें। इससे आपको एसिडिटी नहीं होगी। दिन में करवा चौथ की पूजा-कथा के बाद एक बड़ा गिलास दूध फिर से लें। इससे बच्चे को सारा पोषण मिलेगा और उसका विकास अप्रभावित रहेगा।
डाॅ. सुजाता संजय के अनुसार कुछ धर्मो में व्रत के दौरान किसी भी तरह के खाघ पदार्थ के सेवन या पानी पीने की भी अनुमति नहीं है। अपनी डाॅक्टर तथा धार्मिक गुरू के बात करें कि ऐसी स्थिति में आप क्या बेहतर कर सकती है। कुछ धर्मो में व्रत के विशिष्ट भोजन जैसे गैर-अनाजी पदार्थ, फल, सब्जियां, दूध और रस आदि के सेवन करने की अनुमति है। ऐसे में ताजा फल और सब्जियों के सेवन वाला व्रत रखना एक स्वस्थ विकल्प है। इससे आपको अनिवार्य पोषक तत्व जैसे आयरन आदि मिलते रहेगें। डाॅ. सुजाता संजय ने गर्भवती महिलाओं को व्रत के दौरान सलाह दी कि अधिक मीठे खाघ पदार्थो और काॅफी, चाय जैसे कैफीन युक्त पेय पदार्थो के सेवन से दूर ही रहे। यदि व्रत के दौरान पेय पदार्थ के सेवन की अनुमति है, तो नियमित अंतरालों पर पानी, दूध या ताजा फलों के रस लेती रहें। यदि गर्भवती महिला करवा चौथ का व्रत रख रही है तो आपके लिए शरीर को हाइड्रेट रखना, आज बहुत जरूरी है। आप व्रत में नारियल पानी पी सकती हैं।
प्रेग्नेंसी में मतली, सिरदर्द या सिर चकराना आम बात है और अगर आपको व्रत रखने पर इस तरह की प्रॉब्लम हो रही है तो घबराएं नहीं। आप आराम करें और फल खाएं और पानी पिएं। अगर आपके भूख बर्दाश्त नहीं हो रही है, तो आप व्रत तोड़ने में हिचकें नहीं क्योंकि व्रत को पूरा करना आपके या आपके बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
करवा चौथ का व्रत खोलने पर फैट, शुगर और नमक वाली चीजें खाने से बीपी बढ़ सकता है इसलिए आप व्रत खोलने पर हेल्दी चीजें ही खाएं। व्रत में मेहनत वाले कार्य और व्यायाम न करना बेहतर है। व्रत के दौरान आपकी पाचन प्रणाली धीमी पड़ जाती है, अतः व्रत खोलते समय आप एक बात का खास ध्यान रखें की सबसे पहले आप तरल पीएं, जैसे की नारियल पानी आदि, यदि व्रत के बाद एक दम से आप पेट भर कर खाना खाने की सोचती है तो इससे आपको परेशानी हो सकती हैं ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए, व्रत खोलने के बाद आप सबसे पहले तरल चीज लें। यदि आपको अत्यधिक थकावट, ध्कधकी, पेट में मरोड़ या अत्यधिक मिचली या अम्लता हो, तो तुरंत अपनी डाॅक्टर से सलाह करें। तो यह है कुछ खास टिप्स जिनका ध्यान यदि आप प्रेगनेंसी के दौरान करवा चौथ का व्रत रखते है। तो ऐसा करने से आपको व्रत का दिन एन्जाॅय करने के साथ किसी भी तरह की होने वाली परेशानी से निजात पाने में मदद मिलती है।