देहरादून, 18 अगस्त। दून विश्वविद्यालय के आतंरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में कुलपति सुरेखा डंगवाल ने विश्वविद्यालय के सफाई कर्मियों एवं मालियों को रक्षा सूत्र बांधकर भावनात्मक सुरक्षा एवं बन्धुत्व का संदेश दिया। इस अवसर पर उपस्थित कर्मियों को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि हमारे त्यौहार एवं पर्व हमें भाईचारा-समरसता एवं बन्धुत्व का संदेश देते है। रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन के अटूट रिश्तें को तो व्यक्त करता ही हैं साथ ही यह समाज में भी एक दूसरे के प्रति भावनात्मक सुरक्षा का भी संदेश है। विश्वविद्यालय हमारा परिवार है और यहॉ कार्यरत सभी कर्मी विश्वविद्यालय के विकास में अपनी क्षमतानुसार योगदान करते हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि हम सब एक दूसरे की भावनाओं को समझे उनका आदर और सम्मान कर विद्यार्थियों के हितो को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यो का निष्पादन पूर्ण मनोयोग से करें। उन्होंने कहा, कि विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण का निर्माण हो इसके लिए सफाई कर्मियों, मालियों सहित हम समस्त कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण हैं क्योंकि प्रतिदिन व्याख्यान प्रारंभ होने से पूर्व कक्षा की सफाई उस कक्ष के वातावरण को स्वच्छ बनाता है, जिससे सीखने-सिखाने की प्रकिया और प्रभावी ढंग से सम्पादित कि जा सकती है। इसी प्रकार परिसर हरा-भरा हो और यहॉ के फूल और पौधें कभी न मुरझायें इनका ध्यान रखने की जिम्मादारी मालियों की हैं जो रात-दिन धूप और बारिश में भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हैं। जिससे परिसर की खूबसूरती बढ़ती है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सफाईकर्मी एवं मालियों सहित 50 से अधिक कर्मी उपस्थित थे। कार्यक्रम में आतंरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ के समन्वयक प्रो. एचसी पुरोहित ने कहा कि, यह एक अनूठी पहल हैं इससे प्रत्येक कार्यरत कर्मी विश्वविद्यालय के कार्यो के प्रति भावनात्मक रूप से सक्रिय होकर अपने कार्यो का निष्पादन और अधिक बेहतर ढ़ग से करेंगा और विश्वविद्यालय उत्कृष्टता की ओर बढे़गा। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एमएस मन्द्रवाल, संकाय अध्यक्ष एस.ई.एन.आर प्रो.एसएस सुथार, दिवेन्दु रावत, शुभम नौटियाल, शिल्पी तिवाड़ी, अभिनव जोशी, पल्लवी बिष्ट, एमएन चमोली, भुपाल सिंह अस्वाल, ताजवर गुॅसाई, धर्मेन्द्र, त्रिलोक आदि उपस्थित थे।