देहरादून। उत्तराखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज अपने फेसबूक एकाउंट मे पोस्ट जारी करते हुये राजधानी देहरादून मे बढ़ रहीं जाम की समस्या को उठाया हैं। उन्होंने पोस्ट में लिखा हैं की देहरादून में जाम/ट्रैफिक जाम एक अत्यधिक बड़ी समस्या हो रही है। बहुत प्रयास हो रहे हैं मगर जितना प्रयास करते हैं उससे ज्यादा प्रतिदिन गाड़ियां बढ़ जाती हैं। हमने 2016 के आस-पास तीन निर्णय लिए थे।
- स्मार्ट टाउन के नाम से टी गार्डन एरिया में नये देहरादून का निर्माण ताकि आगे बढ़ती हुई देहरादून वासियों की आकांक्षा को नए क्षेत्र में समाहित किया जा सके और उस क्षेत्र के माध्यम से राज्य की आवश्यकता छोटे-छोटे काउंटर मैग्नेटिक टाउन्स के गठन के लिए साधन जुटाए जा सकें। देहरादून के प्रबुद्ध जनमानस के विरोध के बाद हमें यह महत्वाकांक्षी योजना छोड़नी पड़ी। आज भी देहरादून को अपनी समस्या के समाधान के लिए इसी प्रकार की किसी सोच पर काम करना पड़ेगा।
- दूसरे कदम के तौर पर हमने आ रही नेशनल हाईवेज के उस ट्रैफिक को देहरादून के बाहर से ही निकालने का फैसला किया ताकि उन्हें अनावश्यक देहरादून के अंदर न आना पड़े। इस सोच को आगे बढ़ाते हुए हमने दो ऐसे लिंक मार्गों पर काम प्रारंभ किया जिसमें से एक रानीपोखरी-नरेंद्रनगर मार्ग पूरा भी हो गया था।
- तीसरे कदम के तौर पर हमने मेट्रो कॉरपोरेशन का गठन किया और रिवरफ्रंट डेवलपमेंट का काम भी प्रारंभ किया। मेट्रो और रिवरफ्रंट के काम पर कांग्रेस की चुनावी हार के बाद कोई काम नहीं हुआ। हमें देहरादून के लोगों की आवश्यकता और उस आवश्यकता की पूर्ति में आ रही चुनौतियों का अध्ययन कर समाधान ढूंढना पड़ेगा अन्यथा ट्रैफिक जाम निरंतर अखबारों की सुर्खी बनता रहेगा।