देहरादून 19 जून, पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय बीरपुर देहरादून में पाँच दिवसीय संस्कृत प्रेरण पाठ्यक्रम प्रारम्भ
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय बीरपुर देहरादून में नव नियुक्त प्रशिक्षित स्नातक संस्कृत शिक्षकों हेतु पांच दिवसीय प्रेरण पाठ्यक्रम बुधवार को प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम समन्वयक अनुज कुमार ने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग के मार्गदर्शन में रायपुर, पटना, भुवनेश्वर और मुंबई संभाग के नव नियुक्त संस्कृत शिक्षकों को केन्द्रीय विद्यालय संगठन की कार्य पद्धति से परिचित कराने और संस्कृत पाठन प्रविधियो का ज्ञान कराने के उद्देश्य से यह प्रशिक्षण वर्ग के वि बीरपुर में आयोजित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण शिविर आज 19 जून से 23 19 जून 2024 तक चलेगा। उद्घाटन सत्र की मुख्यातिथि सहायक आयुक्त स्वाति अग्रवाल एवं सारस्वत अतिथि पाठ्यक्रम निदेशिका प्राचार्या बसंती खम्पा रही। विद्यार्थियों द्वारा शारदाम्बा स्तुति एवं संस्कृत स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। प्राचार्या खम्पा द्वारा अतिथियों एवं संसाधकों का हरित स्वागत करने के उपरांत स्वागत उद्बोधन के माध्यम से वाचिक अभिनन्दन किया गया। बसंती खम्पा ने कहा संस्कृत वर्तमान परिप्रेक्ष्य में और अधिक प्रासंगिक है। यह प्रेरण पाठ्यक्रम संस्कृत शिक्षकों में नवीन ऊर्जा का संचार करेगा अपितु विविध प्रविधियों के उपयोग द्वारा संस्कृत शिक्षण को प्रभावी , मूल्यवान और विद्यार्थी केन्द्रित बनाने की दिशा में भी सहयोगी होगा। पाठ्यक्रम सह निदेशक जितेन्द्र शर्मा ने संस्कृत संभाषण का कक्षा – कक्ष और विद्यालय परिसर में प्रयोग करते हुए संस्कृत भाषा और साहित्य के प्रति अभिरुचिवर्धन करने का आग्रह किया। अपने विशिष्ट उद्बोधन में सहायक आयुक्त महोदया श्रीमती स्वाति अग्रवाल ने नव नियुक्त शिक्षक – शिक्षिकाओं का स्वागत करते हुए उन्हें संस्कृत को व्यवहार में लाने हेतु संस्कृत गीत , हास्य कणिका , संस्कृत श्लोक पाठ एवं लघु नाटिका मंचन आदि का प्रयोग संस्कृत शिक्षण में नियमित रूप से करने हेतु कहा ताकि विद्यार्थियों को यह भाषा दुरूह और कठिन प्रतीत न हो। उप प्राचार्या सुश्री मनीषा मखीजा द्वारा समस्त अतिथियों और प्रतिभागी शिक्षक – शिक्षिकाओं का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
प्रथम दिन हुए पांच सत्रों में पाठ्यक्रम निदेशिका बसंती खम्पा द्वारा शिक्षक आचार संहिता, सह पाठ्यक्रम निदेशक श्री जितेन्द्र शर्मा द्वारा “केन्द्रीय विद्यालय संगठन की रुपरेखा और कार्य शैली विषयक व्याख्यान दिए गये। संसाधक जानकीरमण झा द्वारा चिंतनशील शिक्षण अनुपमा सेमवाल द्वारा पाठ्यक्रम योजना और शिक्षक दैनन्दिनी अनुज कुमार द्वारा पाठ्यक्रम विभाजन विषय पर प्रभावी व्याख्यान दिए गये एवं चर्चा सत्र आयोजित किये गये।