नई दिल्ली, दिल्ली विधानसभा के परिसर के अंदर अब सुरंग के बाद फांसी घर यानी हैंगिंग हाउस मिला है। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि 1926 के बाद इस इमारत को कोर्ट में बदलकर क्रांतिकारियों पर मुकदमा चलाया जाने लगा। सोमवार को दिल्ली विधानसभा परिसर के अंदर एक फांसी का घर मिलने से हड़कंप मच गया है। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने पुष्टि की कि एक खोखली दीवार को गिराए जाने के बाद फांसी का घर मिला है। 2016 में सुरंग का पता चलने के बाद फांसी घर का अनुमान लगाया था, जो अब 13 दिसंबर 2021 को मिला है। क्रांतिकारियों को एक सुरंग के जरिए लाल किले से यहां लाया जाता था। उनके अनुसार, हॉल के भीतर कैदियों पर मुकदमा चलाया जाता था और दोषियों को फांसीघर भेज दिया जाता था। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पुरातत्व विभाग को सूचित किया जाएगा हालांकि, यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अंतर्गत नहीं आती और निरीक्षण किया जाएगा गोयल ने कहा कि उन महीनों में जब सत्र यहां नहीं होंगे, सुरंग का जीर्णोद्धार कर यह पर्यटकों के लिए खुली रहेगी। दिल्ली विधानसभा भवन की यह इमारत लगभग 109 साल पुरानी है।
बताया जाता है कि 1913 से 1926 तक इमारत में केंद्रीय विधानसभा की बैठक होती थी। दिल्ली विधानसभा की इमारत ब्रिटिश काल के 1912 में स्थापित की गई थी। इसे ई मोंटेग थॉमस द्वारा इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल और बाद में सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली के लिए तैयार किया गया था। जब तक कि दिल्ली में भारत के नवनिर्मित संसद भवन का उद्घाटन 18 जनवरी 1927 को नहीं हुआ था।