देहरादून, 13 नवम्बर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने पूर्व भाजपा विधायक व मंत्री रहे लाखी राम जोशी के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया है।साथ ही उनके द्वारा पीएम नरेन्द्र मोदी को लिखे गए एक पत्र के सम्बंध में की गई इस कार्यवाही के अंतर्गत उन्हें कारण बताओ नोटिस दे कर उन्हें सात दिन में उत्तर देने के लिए भी कहा गया है। प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार उत्तर न मिलने अथवा उनका उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से निकाला भी जा सकता है।
ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में सीएम रावत को हटाने की मांग की थी पीएम मोदी को लिखे पत्र में जोशी ने हाल में ही सिंह रावत के खिलाफ हाईकोर्ट के निर्णय की लेने का उल्लेख करते हुए कहा था कि सीएम के कई विवादास्पद फैसलों से पार्टी को कई बार शर्मसार होना पड़ा है कोर्ट के फैसले से पार्टी की छवि धूमिल होती जा रही है पीएम मोदी से अनुरोध किया गया था कि सीबीआई जांच के मुद्दे पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटाया जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके पूर्व मंत्री ने इस पत्र के माध्यम से कहा कि 2016 की नोट बंदी के बाद भ्रष्टाचार व कालेधन पर प्रहार हुआ देश की जनता ने प्रधानमंत्री के निर्णय को भी सराहा लेकिन 2016 में ही झारखंड के प्रभारी रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विभिन्न खातों में धनराशि जमा करवाई वही माना जा रहा है कि पूर्व मंत्री जोशी के इस पत्र को और निलंबन के बाद घाट भाजपा की सियासत में अंदरूनी कशमकश बढ़ने के आसार हैं भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल व पूनम सिंह पटवाल पहले ही सरकार को घेर कर चल रहे हैं वही अब नाचे राम ने सीधे सीएम पर ही प्रहार कर दिया यहां भी गौर करने वाली बात है कि तुझे अभी तक विरोधी पक्ष की लगभग हर चाल को ना करने वाले सिंह रावत के पलटवार पर भी अब सबकी नजरें टिकी है क्योंकि जोशी अभी भी दिल्ली जाकर केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की बात कह रहे देखें पत्र