- नेताजी की जयंती 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के अवसर पर जारी होगा
- 125 रुपये के इस सिक्के की परिधि 44 मिलीमीटर और वजन 35 ग्राम है
- इस सिक्के मे 50 फीसद चांदी जबकि शेष 50 फीसद में तांबा, जस्ता और निकिल धातु शामिल है
नई दिल्ली, सरकार नेता सुभाष चंद्र बोस की जन्मदिन के मौके पर 125 रुपये का सिक्का जारी करेगी। 23 जनवरी को आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन होता है। सरकार इसी मौके पर इस सिक्के को जारी करेगी। हालांकि इसके पहले भी 125 रुपये का सिक्का जारी हो चुका है, परन्तु माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच नेताजी सुभाष चंद्र बोस के 125वें जंयती वर्ष को केंद्र सरकार स्मारक सिक्कों के जरिये सहेजेगी। 23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल हाल कोलकाता में होने जा रहे कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 125 रुपये मूल्य वर्ग के स्मारक सिक्के का अनावरण करेंगे, जिसपर नेताजी का चित्र अंकित होगा। यह तीसरा अवसर है, जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर सिक्का जारी होगा।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार 125वीं जयंती पर जारी हो रहे सिक्के के अगले भाग में बीच में अशोक स्तंभ की आकृति होगी, इस आकृति के नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा होगा. बाईं परिधि पर देवनागरी में ‘भारत’ और दाईं परिधि पर अंग्रेजी में ‘INDIA’ अंकित होगा। अशोक स्तम्भ के ठीक नीचे रुपये के प्रतीक चिन्ह के साथ अंकों में सिक्के का मूल्य यानी 125 लिखा होगा इस सिक्के की परिधि 44 मिलीमीटर और वजन 35 ग्राम है। इसमें 50 फीसद चांदी जबकि शेष 50 फीसद में तांबा, जस्ता और निकिल धातु शामिल है। सिक्का 125 रुपये मूल्य वर्ग का होगा लेकिन कभी प्रचलन में नहीं आएगा। सिक्के पर नेताजी के चित्र वाले हिस्से पर ऊपरी ओर हिंदी और निचली ओर अंग्रेजी में सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती लिखा होगा। दूसरे फलक पर अशोक स्तंभ के साथ 125 रुपये अंकित होगा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर जारी होने वाला यह तीसरा सिक्का होगा। पहला सिक्का वर्ष 1996 में उनके जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में और दूसरा सिक्का पोर्ट ब्लेयर में झंडा फहराने के 75 वर्ष पूरा होने पर दिसंबर 2018 में जारी हुआ था।
नेताजी की जयंती 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करने के दो दिन बाद केंद्र सरकार ने उनपर सिक्का भी जारी करने का फैसला लिया है। यह सिक्के कोलकाता टकसाल में तैयार हो रहे हैैं। इन पर पूर्व से ही काम चल रहा था। सूत्रों का कहना है कि ये सिक्के कुछ समय बाद जारी होने थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम और संभावित विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसे पराक्रम दिवस पर ही जारी करने का फैसला लिया गया है।




