नई दिल्ली, समाजवादी पार्टी के संस्थापक और तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का आज सोमवार को निधन हो गया। इसकी जानकारी उनके पुत्र नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी है।वह पिछले 9 दिनो से गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती थे। लगभग पिछले चार दिनों से मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा था। वहीं आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। मुलायम सिंह की निधन की खबर से उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है। अस्पताल में समर्थकों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है।
मुलायम सिंह को ब्लड प्रेशर की दिक्कत और सांस लेने में तकलीफ की वजह से दो अक्टूबर को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। सोमवार सुबह उनका 82 साल की उम्र में निधन हो गया। पिछले 10 दिन से मेदांता अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझते रहने के बाद नेताजी का सोमवार सुबह निधन हो गया।
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवम्बर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। मुलायम सिंह यादव राजनीति में आने से पहले कुछ समय तक इंटर कॉलेज में भी पढ़ाते थे। मुलायम सिंह यादव 1967 में पहली बार विधायक चुने गए। इसके बाद से वह कभी भी चुनाव नहीं हारे। उत्तर प्रदेश की जनता पार्टी की सरकार में 1977 में वह पहली बार राज्य मंत्री बने थे। जनता दल की जीत के बाद वह पहली बार 1989 में मुख्यमंत्री बने थे। 1992 में उन्होंने समाजवादी पार्टी बनाई और 1993 में दूसरी बार और 2003 में वह तीसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। अपने जीवनकाल में मुलायम सिंह यादव आठ बार विधायक और सात बार सांसद रहे, लोग उन्हें नेता जी जानते तथा पुकारते थे। 1996 से 1998 तक मुलायम सिंह केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री रहे। 2019 में उन्होंने आखिरी बार मैनपुरी से चुनाव लड़ कर जीत हासिल की थी।
मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी उनके पुत्र नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी है। ट्वीट में लिखा है- ‘मेरे आदरणीय पिताजी नहीं रहे-अखिलेश यादव।’
मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे – श्री अखिलेश यादव
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 10, 2022