- सड़क पर पड़े गंभीर बीमार मूर्छित अवस्था में पड़े एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति को 108 या एंबुलेंस को आने में वक्त लगता देखकर ,अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी मनोज कत्याल द्वारा अपनी गाड़ी में अस्पताल एसपीएस ऋषिकेश पहुंचाया
देहरादून/ऋषिकेश 6 मई, आज गुरुवार को अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी मनोज कत्याल अपने हमराही कर्मी कॉन्स्टेबल 105 कुलदीप कुमार के साथ पुराना ऋषिकेश रेलवे स्टेशन आए हुए थे जहां मनोज डबराल उम्र 47 वर्ष जोकि पायनियर के पद पर जी आर आई एफ /बीआरओ में कार्यरत थे के मूर्छित हालत में हेमकुंड एक्सप्रेस के शौचालय में पाए जाने की सूचना पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा स्वयं दी गई थी ।मूर्छित हालत में मनोज डबराल को तत्काल राजकीय चिकित्सालय एसपीएस ऋषिकेश ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उसके पश्चात उनके परिजनों को पूर्ण सहायता व सहयोग प्रदान करते हुए अंतिम संस्कार हेतु की पी पी ई किट भी उपलब्ध कराई गई। मृतक का समस्त सामान सकुशल उन्हें सौंपा गया तथा उनके लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था कराई गई।
उपरोक्त कार्यवाही के दौरान देहरादून से सब इंस्पेक्टर अनिल कुमार प्रभारी एसएचओ जीआरपी देहरादून भी घटना स्थल पर पहुंछे , इसी समय एक स्थानीय व्यक्ति द्वारा सूचना दी गई कि एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति चौकी से लगभग 200 मीटर दूर गंभीर अवस्था में चित पड़ा है। इस पर तत्काल हमराही फोर्स चौकी प्रभारी एसआई बलवंत सिंह ,कॉन्स्टेबल 59 पंकज सिंह ,कांस्टेबल 74 पंकज काला, कॉन्स्टेबल 131 धर्मेंद्र कुमार व कांस्टेबल 105 कुलदीप कुमार द्वारा तत्काल गंभीर अवस्था में मौजूद व्यक्ति को उठाकर प्राथमिक उपचार दिया गया 108 या एंबुलेंस को आने में वक्त लगता देखकर व मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी द्वारा अपनी गाड़ी में मूर्छित व्यक्ति को अस्पताल एसपीएस ऋषिकेश लाया गया वहां उस व्यक्ति को उनकी गंभीर स्थिति के दृष्टिगत तत्काल चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराई गई ।उन्हें तत्काल ऑक्सीजन देने पर ज्ञात हुआ कि गंभीर स्थिति में उनका ऑक्सीजन लेवल 47 तक आ गया था जो कि ऑक्सीजन देने के उपरांत 77 तक आ गया गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है ,वह एसपीएस ऋषिकेश में उपचाराधीन है ।उपरोक्त कार्यो के दौरान कोतवाली प्रभारी ऋषिकेश रितेश शाह द्वारा भी पूर्ण सहयोग दिया गया ।पुलिस द्वारा कोविड संक्रमण के दौरान भी अपनी व्यतिगत सुरक्षा से कर्तव्य निर्वहन और मानवता को प्राथमिकता देते हुए किए गए उपरोक्त कार्यो की मृतक मनोज डबराल के परिजनों प्रभाकर डबराल, नैथानी व मनीष डबराल आदि द्वारा प्रशंसा की गई तथा पुलिस से प्राप्त अप्रत्याशित सहयोग की भी सराहना की गई।