देहरादून 16 अप्रैल, विकास नगर क्षेत्र में स्थित ग्राम जीवनगढ़ की वर्तमान प्रधान सारा सोहेल के पति सोहेल पाश ने बीती 2 अप्रैल को देश के आपसी सोहार्द, भाईचारे और सामाजिक ताने बाने को दूषित कर देश की अखंडता व एकता को समाप्त करने का एक षड्यंत्र रचते हुए मुस्लिम समाज के लोगो को दिशा भ्रमित कर धार्मिक भावनाएं भड़काते हुए ब्राह्मण समाज पर अमर्यादित टिप्पणियां की उसका कहना है उसने जीवन गढ़ को पंडित मुक्त कर दिया है और पीठ बाज़ार में बोर्ड लगवा कर नमाज पढ़वायेगा उपरोक्त घटना की वीडियो क्लिप पछवा दून खबरों के नाम से प्रसारित समाचार चैनल ने प्रसारित की जो यू ट्यूब पर https://youtu.be/ovxcBxjnRVg पर उपलब्ध है।
उपरोक्त घटना कश्मीर में ब्राह्मण समाज के लोगो की हत्या ,माँ बहनों से बलात्कार कर कश्मीर से ब्राह्मणों को निकाले जाने की पुनरवृति प्रतीत होती है। सम्भवता देवभूमि उत्तराखंड में भी ब्राह्मण समाज के प्रति उसी तरह के षड्यंत्र सोहेल पाशा जैसे लोगो द्वारा रचे जा रहे है जो समाज के लिए खतरा है।
उपरोक्त घटना के संबंध में गौड ब्राह्मण स्वाभिमान संगठन द्वारा भी दिनांक 14 अप्रैल को थाना कोतवाली विकास नगर में एक प्रार्थना पत्र दे कार्यवाही करने का आग्रह किया गया है।
ब्राह्मण समाज महासंघ उत्तराखंडः ने सोहेल पाश द्वारा रचि जा रही साजिश का घोर विरोध करते हुए कहा की सोहेल पाशा जैसी विकृत मानसिकता के लोग सभ्य समाज के लिए खतरा है।
ब्राह्मण समाज महासंघ उत्तराखंडः का एक प्रतिनिधी मण्डल महासंघ के एक संरक्षक लालचन्द शर्मा जी के नेतृत्व में महासंघ के उपमुख्य संयोजक एस पी पाठक, महासचिव अरुण कुमार शर्मा, प्रवक्ता व प्रचार सचिव वी डी शर्मा के साथ प्रदेश के पुलिस महानिर्देशक श्री अशोक कुमार से मिला और उन्हें ज्ञापन देकर कार्यवाही करने का आग्रह किया गया है।
महासंघ ने सामाजिक सद्भावना,देश की अखंडता व एकता को खंडित कर ब्राह्मण समाज के विरुद्ध षड्यंत्र रचने पर संबंधित व्यक्ति सोहेल पाशा पर अविलंब देशद्रोह ,की कठोर कार्यवाही करते हुए ब्राह्मण समाज व देश की अखंडता व एकता की रक्षा करने की पुलिस महानिर्देशक से आग्रह किया तथा कठोर व उचित कार्यवाही हेतु डाक द्वारा देश के प्रधानमंत्री व उत्तराखंडः के मुख्य मंत्री को भी विरोध ज्ञापन प्रेषित किया।
ब्राह्मण समाज ने सदैव समाज की रक्षा कर एक सभ्य समाज के निर्माण का कार्य किया है यदि इस प्रकरण में कठोर उचित कार्यवाही नही होगी तो प्रदेश के समस्त ब्राह्मण व सामाजिक संगठनों को साथ लेकर समाज की रक्षा के लिए आंदोलन किया कर देवभूमि उत्तराखंड के वातावरण को दूषित करने वाले इस तरह की कुंठित सोच के लोगो पर अंकुश लगाया जाएगा।