- अभी दून अस्पताल की ओपीडी आने में संकोच कर रहे मरीज
- दून अस्पताल की ओपीडी में धीरे धीरे ही आएंगे मरीज
देहरादून, दून अस्पताल की ओपीडी में दूसरे दिन इजाफा हुआ है। मरीजों मेडिसन, नेत्र, ईएनटी, डेंटीस्टरी में अधिक आए हैं। कैंसर, सर्जरी, साइकेटरी में कम मरीज पहुंचे।
यहां गौरतलब है कि लंबे समय बाद एक दिसम्बर से दून अस्पताल की ओपीडी खुली है। ज्यादातर लोग अभी तक गांधी शताब्दी और कोरोनेशन अस्पताल का ही रुख कर रहे हैं। फिलहाल लोगों को अधिक सूचना भी नहीं मिली है। इसलिए बेहद कम संख्या में ही मरीज दून अस्पताल की ओपीडी में पहुंच रहे हैं।
बुधवार को अपना इलाज कराने पहुंचे राजकुमार सिँघल का कहना है कि दून हास्पिटल तो कोविड अस्पताल बन चुका है। नई ओपीडी की लोगों को आदत नहीं है। लेकिन जैसे जैसे जानकारी बढ़ेगी लोग यहां पर आएंगे। अभी तो सीमित संख्या में ही मरीजों को देखा जा रहा है। उम्मीद है कि प्रशासन इस बाबत नया फैसला लेगा।
बुधवार को मरीजों ने पंजीकरण कराया और खुद को दिखाने पहुंचे। आज तय समय से पहले ही अस्पताल की ओपीडी खाली हो गई थी।दून मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. एसएन सयाना और सीएमएस में लगातार गंभीर मंत्रणा होती रही। आज भी दोनों में तमाम मसलों पर विमर्श हुआ।
डा. केके टम्टा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक गर्वमेंट दून मेडिकल कालेज अस्पताल का कहना है कि कोरोना के कारण लोगों में डर बैठ गया है। लंबे समय बाद यहां पर ओपीडी को चालू किया गया है। 16 विभागों में ओपीडी चल रही है। अभी धीरे धीरे व्यवस्थाएं पटरी पर आएंगी। मेरे स्तर पर कोशिश की जा रही हैं। मेरे ऊपर तमाम बंदिशें भी हैं। इस पर भी मेरी प्राथमिकता है कि सभी मरीजों को बेहतरीन इलाज मिले। मरीजों और लोगों की झिझक आहिस्ता आहिस्ता खत्म होगी। डाक्टर उपलब्ध हैं। होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक ओपीडी तो कोरोनेशन अस्पताल शिफ्ट हो गई है। लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि अगले दस दिनों में ओपीडी में मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाएगी।