- जिला उप संयुक्त चिकित्सालय मसूरी मैं कोविड-19 लगाए गए उपनल कर्मियों को हटाए जाने के विरोध में सीएमओ देहरादून का करा घेराव सौंपा ज्ञापन
- शीघ्र ही हटाए गए कर्मियों को सेवा में बहाल ना किया गया तो होगा आंदोलन लेंगे न्यायालय की शरण = विकास चौहान
देहरादून 8 जून, उत्तराखंड प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी विकास चौहान ने बताया कि कोरोना महामारी कोविड-19 के दौरान जिला उप संयुक्त चिकित्सालय मसूरी में बने कोविड-19 में जो स्टाफ उपनल के द्वारा रखा गया था। आज अचानक उसमें से 8 उपनल कर्मियों को अचानक हटाए जाने का अस्पताल प्रशासन द्वारा फरमान जारी कर दिया जिसके विरोध में एक प्रदेश किसान कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल हटाए गए कर्मचारियों को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून डॉक्टर अनूप कुमार डिमरी जी से सीएमओ कार्यालय में आकर मिला और एक ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में मांग की गई है कि कोरोना महामारी के दौरान जब आदमी आदमी से डर रहा था सबको कोविड अस्पताल मसूरी को संचालित किए जाने हेतु 3 बेरोजगार युवक-युवतियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोविड-19 मसूरी उप जिला चिकित्सालय में अपनी सेवाएं योगदान देकर अस्पताल को संचित संचालित कराए रखा और कोरोना मरीजों के बीच में काम किया आज अचानक मसूरी उप जिला संयुक्त चिकित्सालय एवं जिले के स्वास्थ्य विभाग सीएमओ कार्यालय ने देहरादून में करुणा को समाप्त करार देते हुए इन कर्मचारियों को सेवा समाप्त कर हटा दिया गया जोकि इन सभी के आगे बेरोजगारी का संकट गहरा गया है। सभी हटाए गए 8 उपनल कर्मी मानसिक रूप से पीड़ित परेशान हो रहे हैं जिसमें सीएमओ साहब को ज्ञापन सौंपा और मांग की है कि कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए अस्पताल प्रशासन के कुछ वरिष्ठ अधिकारी गण अपने भाई भतीजावाद के चलते अपने घर के बेटों से नौकरी पर लगा कर उनको काम करवा रहे हैं और इनको उपनल कर्मियों को बेवजह बजे हटा दिया गया है
इस अवसर पर उत्तराखंड प्रदेश किसान कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष विकास चौहान ने कहा कि जिन्होंने फ्रंटलाइन में आकर कोरोना महामारी में काम किया और अपनी और अपने परिवार की जान जोखिम में डालकर काम किया उनको करना योद्धा से सम्मानित किया जाना था तो देहरादून स्वास्थ्य विभाग ने उनको बेरोजगारी का प्रमाण पत्र दे दिया है यह एक विकट समस्या है और सभी बेरोजगारों के लिए सबक है कि यह वर्तमान राज्य सरकार बेरोजगारों के साथ छलावा कर रही है और उनकी बेरोजगारी का मजाक बनाया जा रहा है। आज उनको कोविड-19 में यह कहकर लगाया गया था कि जो कोरोना महामारी व कोरोना काल में कार्य करेगा उसको स्थाई रूप से नौकरी पर रखा जाएगा परंतु अगले वर्ष फरवरी तक कायम का कार्यकाल था और अचानक इन को हटाए जाने का फरमान जिला उप चिकित्सालय मसूरी के द्वारा जारी कर दिया गया है जो कि चिंताजनक है। जिसका हम पुरजोर विरोध करते हैं और हमारी मांग है कि राज्य सरकार इस मामले का तुरंत संज्ञान ले एवं हटाए गए सभी 8 कर्मचारियों को जिला संयुक्त चिकित्सालय मसूरी में सेवा बहाली कर तुरंत वापस काम पर लिया जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में किसान कांग्रेस कमेटी की मसूरी शहर अध्यक्ष माधुरी टम्टा, मीणा देवी, आरती भट्ट, नज़राना, रवि कुमार, मनुराज टम्टा तथा नज़ीर आदि अन्य लोग मौजूद रहे।