देहरादून 30 मई, बीते गुरुवार 27 मई की देर रात को अस्पताल के माध्यम से एक ब्रॉट डेड मेमो मृतक पंकज भट्ट पुत्र दिनेश भट्ट निवासी राज राजेश्वरी एनक्लेव नथुआवाला उम्र 43 वर्ष का प्राप्त हुआ। इस डेथ मेमो की जांच में चौकी प्रभारी बालावाला जगमोहन सिंह राणा अस्पताल पहुंचे एवं अस्पताल में जाकर पंचायत नामा पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई।
इस प्रकरण के सम्बंध में दिनांक 29 मई को मृतक की मां पुष्पा भट्ट पत्नी स्वर्गीय दिनेश चंद्र भट्ट निवासी राजराजेश्वरी एनक्लेव थाना रायपुर जनपद देहरादून की तहरीर पर धारा 302/120b के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इस घटना के संबंध में श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जनपद देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर महोदय के निर्देशन में एवं क्षेत्राधिकारी महोदय के पर्यवेक्षण में थाना स्तर पर टीम गठित कर मुकदमें के सफल अनावरण हेतु निर्देशित किया।
मुकदमे की विवेचना थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी द्वारा प्रारम्भ की गई। सर्वप्रथम घटनास्थल का निरीक्षण किया गया एवं घटनास्थल पर जाकर मुकदमे की वादिनी पुष्पा भट्ट से पूछताछ की गई। वादिनी पुष्पा भट्ट द्वारा बताया गया कि उसका बड़ा बेटा पंकज अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी एवं 4 वर्ष की बेटी आज्ञा के साथ इसी घर के निचले फ्लोर पर रहता था एवं छोटा बेटा पारस अपनी पत्नी एवं मां (मेरे साथ) ऊपर वाले फ्लोर पर रहता था। पंकज भट्ट की शादी वर्ष 2006 में हुई थी लेकिन शादी के बाद से ही विजयलक्ष्मी एवं पंकज में आपसी झगड़े होते रहते थे। विजयलक्ष्मी उर्फ विजया का किसी दीपक नाम के लड़के के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था एवं पंकज भट्ट ने अपनी पत्नी के पास दो मोबाइल भी पकड़े थे जिनमें उस लड़के के साथ इसकी कई फोटो थी।मृतक की मां पुष्पा ने बताया कि उसके बेटे पंकज की पत्नी विजयलक्ष्मी ने ही अपने प्रेमी दीपक के साथ मिलकर इसको कुछ खिलाया है
पुलिस टीम द्वारा जाँच करते हुए तुरंत मृतक की पत्नी एवं उसके प्रेमी की कॉल डिटेल रिकॉर्ड मंगवाई गई एवं कॉल डिटेल रिकॉर्ड का अवलोकन किया। पुलिस टीम द्वारा 29 मई रात्रि में ही तुरंत पूछताछ के लिए दीपक पुत्र राम चंद्र को थाना रायपुर को पूछताछ हेतु थाने पर लाया गया। गहन पूछताछ के बाद दीपक पुत्र रामचंद्र निवासी आमवाला तरला नियर शांति विहार चौक थाना रायपुर उम्र करीब 25 वर्ष से थाना रायपुर पर पूछताछ के दौरान दीपक टूट गया और उसने आखिर में अपना जुर्म कबूल कर लिया। दीपक ने पूछताछ में बताया कि उसका एवं विजयलक्ष्मी का वर्ष 2018 से मिलना जुलना है एवं वह जिम ट्रेनर है जहां 2018 में ही उसकी मुलाकात विजय लक्ष्मी से बॉडी टेंपल जिम में हुई थी तभी से दोनों की दोस्ती हो गई थी एवं कुछ दिनों पहले ही विजयलक्ष्मी ने दीपक को बताया कि उसके पति को उनके अफेयर के बारे में पता चल गया है। विजयलक्ष्मी ने दीपक को कहा कि मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती हूं तुम मेरे घर आ जाया करो। 26 मई को दीपक का जन्मदिन था विजयलक्ष्मी ने दीपक से नींद की गोली मंगवाई दीपक ने अपने दोस्त के माध्यम से नींद की गोली लेकर विजयलक्ष्मी को दी। 26 मई को दीपक अपने दोस्तों के साथ अपने जन्म दिन में बिजी होने के कारण 26 तारीख को विजयलक्ष्मी के घर नहीं जा पाया। 27 मई को रात्रि में विजयलक्ष्मी ने योजनानुसार दीपक से बात कर अपने पति को अत्यधिक नींद की गोली खिला दी एवं उसके बाद दीपक उसके घर आया 1 घंटे साथ रहे एवं उसके बाद दीपक वापस अपने घर आ गया एवं रात्रि में विजय लक्ष्मी के पति पंकज भट्ट की अत्यधिक नींद की गोली खिलाने के कारण मृत्यु हो गई थी।
विजयलक्ष्मी एवं दीपक की कॉल डिटेल रिकॉर्ड खगाली गई तो घटना के रात में 26 कॉल एक दूसरे को की हुई हैं।
काल डिटेल के अनुसार भी दीपक रात्रि 11 बजे से 12:30 बजे तक बजे तक विजयलक्ष्मी के घर पर मौजूद रहामुकदमा उपरोक्त की गहनता से विवेचना करने एवं सीडीआर अवलोकन करने पूछताछ करने एवं पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित करने के फल स्वरुप दीपक उपरोक्त को मुकदमा अपराध संख्या 304 /2021 धारा 302 120 बी आईपीसी के तहत गिरफ्तार किया गया।
इसके बाद विजयलक्ष्मी उर्फ विजया पत्नी स्वर्गीय पंकज भट्ट निवासी राजराजेश्वरी एनक्लेव नथुआवाला थाना रायपुर उम्र करीब 35 वर्ष से थाना रायपुर पर गहनता से पूछताछ की गई जिस ने पूछताछ में बताया कि साहब मुझसे गलती हो गई है। मैने ही अपने पति को अधिक नींद की गोलियां दी थी जिससे उसकी मृत्यु हो गई जिस दिन मैंने नींद की गोली दी थी उस दिन दीपक मेरा प्रेमी मेरे घर पर आया था एवं रात्रि करीब 1 बजे तक मेरे घर पर रहा था दीपक के घर से चले जाने के बाद ही मेने अपनी सास को उठा कर बताया कि पंकज बेहोश पड़ा है। मैं अपने पति पंकज भट्ट से ही छुटकारा चाहती थी इसीलिए मैंने उसको अधिक नींद की गोली दे दी। मैं दीपक से प्यार करती हूं एवं वर्ष 2018 से दीपक के साथ मेरे संबंध हैं। इसके बाद मृतक पंकज भट्ट की पत्नी विजयलक्ष्मी उर्फ विजया को भी धारा 302 /120 बी आईपीसी के तहत आज दिनांक 30 मई को थाने पर ही गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इस मुकदमें को लेकर तहकीकात अभी भी जारी राखी है।
थाना रायपुर द्वारा उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए 24 घंटे के अंदर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया एवं मुकदमे का सफल अनावरण किया गया है। उत्कृष्ट अनावरण के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना रायपुर की भूरी भूरी प्रशंसा की गई है।