देहरादून 2 सितम्बर, आज सेशन कोर्ट में सजा के प्रश्न पर सुनवाई के दौरान अभियुक्तों स्नेहलता चौहान एवं अमित पारले को न्यायिक हिरासत में न्यायालय में अभियुक्ता स्नेहलता चौहान की ओर से निवेदन किया गया कि यह उसका पहला अपराध है तथा महिला है तथा उसके छोटे-छोटे बच्चे है। उनकी देखभाल करने वाला अन्य कोई नही है। अभियुक्त अमित पारले की ओर से अधिवक्ता द्वारा यह तर्क दिया गया है कि अभियुक्त अमित पारले का यह प्रथम अपराध है। उसके परिवार में उसके छोटे-छोटे बच्चे है उसकी पत्नी एक घरेलू महिला है। बच्चों की देखभाल वाला अन्य कोई नहीं है। अत: उसे कम से कम सजा दी जाये।
अभियोजन की ओर से सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (दाण्डिक) द्वारा तर्क किया गया कि अभियुक्तों द्वारा किया अपराध गम्भीर प्रकृति का है और अभियुक्तगण पढे लिखे लोग है तथा वह अपराध की गम्भीरता और परिणाम से पूर्णतया वाकिफ है। उनके द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचकर अपराध किया गया है। अतः अभियुक्तगण को कठोर से कठोर दण्ड दिया जाये। पक्षों को सुनने के बाद दोनों अभियुक्तों स्नेहलता चौहान एवं अमित पारले प्रत्येक को धारा 302 सपठित धारा 120बी, भारतीय दण्ड संहिता, 1860 के आरोप में आजीवन कारावास एवं मुबलिग 25,000/ पच्चीस-पच्चीस हजार ) रूपये अर्थदण्ड से दण्डित किया जाता है। अर्थदण्ड अदा न करने पर दोनों अभियुक्त चार-चार माह का अतिरिक्त साधारण कारावास भोगेगें।
दोषसिद्ध दोनों अभियुक्तों स्नेहलता चौहान एवं अमित पारले प्रत्येक को धारा 201 भारतीय दंड संहिता, 1860 के आरोप में पांच साल कठोर कारावास एवं मुबलिग 10,000 / -( दस-दस हजार) रूपये अर्थदण्ड से दण्डित किया जाता है। अर्थदण्ड अदा न करने पर अभियुक्तगण तीन-तीन का अतिरिक्त साधारण कारावास भोगेगें।
क्या था मामला– 15 जून 2018 को किशोर चौहान अपनी पत्नी श्रीमती स्नेहलता चौहान के साथ अपनी वैगन आर कार यूके 07 एएल- 0330 से घुमने के लिए निकले कार को स्नेहलता चला रही थी। आराघर चौकी से करीब 20 मीटर आगे किशोर ने कार रुकवाकर स्नेहलता को कोल्डड्रिंक लेने भेजा, स्नेहलता के अनुसार जब वह कोल्डड्रिंक लेकर आराघर चौक से पैदल आयी। तब तक किशोर चौहान कार यहां से जा चुका था। जिस पर स्नेहलता मे तुरन्त अपने परिजन को सूचित कर दिया था, परन्तु अगले दिन 16 जून को 6 नंबर पुलिया के पास किशोर चौहान कार में मृत मिले थे। बाद में पुलिस की जाँच में सामने आया कि स्नेहलता ने अपने प्रेमी अमित पारले के साथ सुनियोजित ढंग से किशोर चौहान की हत्या कर दी थी।