- एसटीएफ और कुमाऊं साइबर पुलिस स्टेशन ने की बड़ी कार्रवाई
- मेवात क्षेत्र से गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मोबाइल फोन और बड़ी संख्या में आधार कार्ड बरामद
देहरादून 17 मार्च, एसटीएफ और कुमाऊं साइबर पुलिस स्टेशन ने ओएलएक्स पर सामान बेचने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले एक संगठित गिरोह के सरगना सहित दो शातिर अपराधियों को राजस्थान के दुर्गम क्षेत्र मेवात से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से एक मोबाइल फोन और कई आधार कार्ड बरामद किए हैं।
ऋषिकेश निवासी सोहन सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उन्होंने OLX पर एक कार का विज्ञापन देखकर उसे खरीदने के लिए उस पर लिखे मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया। मोबाइल फोन रिसीव करने वाले ने स्वयं को भारतीय सेना में बताते हुये शिकायतकर्ता को झांसे मे लेकर कार बेचने के नाम पर 1,43,147 रुपए ठग लिए। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून ने आईपीसी की धारा 420, 120बी व 66(डी) आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना साइबर थाना कुमाऊं के निरीक्षक ललित मोहन जोशी को सौंपी। थाना साइबर क्राइम कुमाऊं परिक्षेत्र ने मामले की विवेचना के लिए पुलिस टीम का गठन किया।
पुलिस टीम ने अभियुक्तों द्वारा प्रयुक्त मोबाइल और शिकायतकर्ता से जिन बैक खातों में धनराशि प्राप्त की, की जांच की तो वे राजस्थान के मेवात क्षेत्र के निकले। अभियुक्तो की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम राजस्थान गई, जहां घटना के मास्टरमाइंड राहुल पुत्र युनुस खां निवासी ग्राम लालपुर, भरतपुर और और सलमान पुत्र रूजदार उर्फ रोजेदार निवासी ग्राम लुहेसर, भरतपुर, राजस्थान को गिरफ्तार किया। अभियुक्त शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं। जिनके द्वारा विभिन्न राज्यो के कई व्यक्तियो को इसी प्रकार ठगी का शिकार बनाया गया है।
गिरफ्तार आरोपी राहुल पुत्र युनुस खाँ उम्र करीब 24 वर्ष जाति मेव निवासी ग्राम लालपुर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान तथा दूसरा आरोपी सलमान पुत्र रूजदार उर्फ रोजेदार उम्र करीब 25 वर्ष जाति मेव निवासी ग्राम लुहेसर थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान से कड़ी पूछताछ में बताया कि वह OLX पर आर्मी वालों द्वारा अपने वाहन बेचने के लिए डाले गये असली विज्ञापन को सर्च कर उनसे ग्राहक बनकर बातकर व्हाट्सएप चैट सें उनके असली आईडी, कैण्टीन स्मार्ट कार्ड, वाहन की फोटो, रजिस्टेशन व इंश्योरेंश आदि जरूरी सभी कागजातों को डाउनलोड करके अपने भिन्न-भिन्न मोबाइलों में सेव कर इन असली डाक्यूमेण्ट्स के आधार पर ओएलएक्स में अपनी फर्जी आईडी बनाकर विज्ञापन डालकर उसमें अपना मोबाईल नंबर लिख देते हैं। इसके बाद जरूरतमंद लोग हमसे ओएलएक्स पर तथा विज्ञापन पर अंकित हमारे मोबाईल नंबर पर सम्पर्क करते हैं तो हम उन्हें सस्ते में वाहन बेचने के नाम पर अपने झांसे में लेकर ऐसे लोगों से धोखाधड़ी कर वाहन की डिलीवरी देने, पार्सल चार्ज आदि अलग अलग बहानों से धनराशि पेटीएम खातों में में प्राप्त कर अपने या परिचितो के बैंक खातों में ट्रांसफर कर एटीएम विड्राल कर आपस में बराबर बांटकर कर अपने शौक पूरा करते है। अभियुक्तगणों द्वारा विकास पटेल के नाम के आधार कार्ड, आर्मी कैण्टीन स्मार्ट कार्ड, ड्राईविंग लाईसेंस, जैसलमेर टू देहरादून के इण्डियन आर्मी पार्सल स्लिप के नाम से विभिन्न प्रकार के वाहन दिखाकर ओएलएक्स फ्राड कर छोटे छोटे अमाउण्ट में अलग-अलग किश्तों में धनराशि प्राप्त की जाती है