देहरादून 24 फरवरी, पीड़ित रजनीश गोयल द्वारा थाना कोतवाली नगर में लिखित तहरीर दी की अज्ञात चोरो द्वारा उनके घंटाघर के निकट चकराता रोड स्थित सैमसंग शोरूम का शटर उठाकर लगभग 30-32 मोबाईल फोन चोरी कर लिये गये हैं। इस सूचना पर कोतवाली नगर मुकदमा अपराध संख्या: 51/20 धारा 457/380 मे मुकदमा दर्ज किया गया।
घटना के शीघ्र खुलासे हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर के पर्यवेक्षण में व क्षेत्राधिकारी नगर के निर्देशन में अलग-अलग टीमें गठित की गई। गठित टीमों द्वारा घटनास्थल व उसके आसपास के सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन किया गया तो प्रकाश में आया कि उक्त चोरी की घटना को अंजाम देने में लगभग 6-7 लोग शामिल हैं, जिनके द्वारा दुकान के आगे चादर लगाते हुए शटर उठाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा इस प्रकार की मोडसओपरेन्डी अपनाने वाले गैंग के सम्बन्ध में जानकारी करने हेतु अलग-अलग जनपदों व राज्यों में पूर्व में घटित इस प्रकार की घटनाओं के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी, तो टीम को ज्ञात हुआ कि बिहार के घोड़ासन गैंग द्वारा इस प्रकार की मोडसओपरेन्डी से पूर्व में हरिद्वार तथा बिजनौर आदि स्थानों पर घटनाओं को अंजाम दिया गया है। जिस पर निरीक्षक नदीम अतहर के नेतृत्व में एक पुलिस टीम को तत्काल घोड़ासन बिहार रवाना किया गया तथा अन्य टीमों द्वारा अलग अलग जनपदों में लगातार पता करते हुए सुराग रखते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। आज बुद्धवार को सुबह जरिये मुखबिर पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई की उक्त गैंग के 2 सदस्य ट्रेन से रेकी करने हेतु देहरादून आए हैं तथा दोबारा किसी अन्य चोरी की घटना को अंजाम देने वाले हैं। इस सूचना पर तत्काल पुलिस टीम द्वारा रेलवे स्टेशन व उसके आसपास के क्षेत्र में चैकिंग प्रारम्भ की गयी, दौराने चेकिंग पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशन के पास से दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया एक रियाजुद्दीन उर्फ रियाज पुत्र कयामुद्दीन, निवासी घोड़ासन मोतिहारी, बिहार तथा दूसरा छोटेलाल प्रसाद पुत्र नथनी प्रसाद भी निवासी बसेरिया घोड़ासन, मोतिहारी, बिहार से है, जिनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से 1 लाख 5 हजार रूपये नगद एवं चोरी के मोबाइलों की लिस्ट बरामद हुई। पूछताछ में उक्त अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उक्त चोरी किये गये मोबाइल उनके द्वारा चम्पारन में इसी गैंग से सम्बन्धित एक मध्यस्थ व्यक्ति को बेचने के लिये दिये गये हैं तथा उसके एडवांस के रूप में मध्यस्थ व्यक्ति से उक्त बरामद धनराशि ली गयी है। उक्त मध्यस्थ व्यक्ति एंव अभियुक्तगणों के मध्य मैसेन्जर एप के माध्यम से चोरी गये मोबाइलों की आईएमईआई का विवरण आपस में शेयर किया गया है, जिस पर आगे की कार्यवाही जारी है। उक्त दोनों अभियुक्तगणों को मौके से गिरफ्तार किया गया, तथा फरार चार अभियुक्त सुरेन्द्र उर्फ टोटा, मुस्लिम कटवा, भाग्य नारायण और अनिल ये सभी आरोपी थाना घोड़ासन जिला पूर्वी चम्पारन मोतिहारी बिहार के रहने वाले हैं।
पूछताछ में अभियुक्तगणों द्वारा बताया कि इन लोगो को शटर कटवा या घोड़ासन गैंग के नाम से भी जाना जाता है। ये लोग 7-8 व्यक्तियों के गिरोह में जाकर मंहगे मोबाईल फोन व घड़ियों के दुकानों व शोरूम की रैकी करते हैं तथा उसके अगले दिन सुबह के समय दुकान के आगे दो व्यक्ति चादर लेकर खड़े हो जाते हैं तथा दो या तीन व्यक्ति छोटे जैक से शटर को उठा देते हैं तथा हममें से एक पतला व्यक्ति दुकान के अन्दर जाकर चोरी कर सामान को बाहर लेकर आ जाता है। इसके बाद हम चोरी में मिले माल को बिहार चम्पारन में अपने एक मध्यस्थ को बेचने के लिये दे देते हैं तथा सिक्योरिटी के तौर पर एडवासं मे उससे कुछ धनराशि ले लेते हैं, शेष धनराशि का भुगतान उक्त मध्यस्थ व्यक्ति द्वारा हमें चोरी का माल बेचने के बाद किया जाता है। और बताया कि 8 फरवरी को इन 6 लोगों द्वारा देहरादून में चोरी की उक्त घटना को अंजाम दिया गया था। चोरी में मिले माल को लेकर हम बिहार चले गये थे, जहां जहां इन्होंने उक्त माल को अपने उस मध्यस्थ व्यक्ति को देते हुए उससे एडवांस धनराशि प्राप्त की थी। आज भी यह दोनो पुनः मंहगे मोबाईल फोन के शोरूम व दुकानों की रैकी करने आये थे ताकि बाद में अपने अन्य साथियों के साथ आकर चोरी की घटना को अंजाम दे सकें, पर इससे पूर्व ही पुलिस द्वारा इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान प्रकाश में आये उक्त मध्यस्थ व्यक्ति व अन्य वांछित अभियुक्तों की तलाश हेतु पुलिस द्वारा सम्भावित स्थलों पर दबिश दी जा रही है। अभियुक्त रियाजुद्दीन गैंग का मुख्य लीडर है जिसके खिलाफ भारत के अन्य कई राज्यों में इस प्रकार की घटना करने की जानकारी मिली है तथा अभियुक्त अन्य जगहों से भी वांछित चल रहा है, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।