देहरादून, वर्ष 2001 में हरिद्वार में देवपुरा में वन विभाग की लगभग 500 बीघा जमीन को जेड ए से नॉनजेड ए में परिवर्तित कर अभिलेखों में कूट रचना की गई थी,व अपराधियों को कब्जा करने दिया गया था जिसके आरोप में पूर्व वन क्षेत्राधिकारी हरिद्वार को सीबी सीआईडी ने गिरफ्तार किया है।
जयपाल सिंह पूर्व तहसीलदार जनपद हरिद्वार ने 20 अप्रैल 2001 को थाना ज्वालापुर हरिद्वार में कुल 11 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा धारा 140, 420, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी दर्ज कराया गया था, जिसमें जिला हरिद्वार में देवपुरा में वन विभाग की लगभग 500 बीघा जमीन को जेड ए से नॉनजेड ए में परिवर्तित कर अभिलेखों में कूट रचना की गई थी। मुख्यालय स्तर पर चलाए जा रहे अभियान के तहत यह मामला सीबी सीआईडी सेक्टर देहरादून को सीबी संख्या 13/ 2002 को स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसमें सेक्टर देहरादून ने अभियुक्त के खिलाफ विवेचना कर वन विभाग उत्तर प्रदेश शासन से अनुमति ली गई। सेक्टर अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक लोक जीत सिंह के निर्देशन में सीओ सेक्टर देहरादून हेमेंद्र नेगी की देखरेख में दिनांक 17 जून को अभियुक्त आर.पी गुप्ता पुत्र छोटेलाल निवासी कुम्हारण टोला गोला गोकरण नाथ जनपद लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश पूर्व वन क्षेत्राधिकारी हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया जिसको आज माननीय न्यायालय हरिद्वार के समक्ष पेश किया जा रहा है।
गिरफ़्तारी काने वाली पुलिस टीम
1. निरीक्षक राकेश कुमार
2. कांस्टेबल रामकिशोर
3. कांस्टेबल हरमिंदर सिंह
4. कांस्टेबल विनोद