नई दिल्ली, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) स्कैम में सीबीआई ने अनियमितताओं को लेकर इसके पूर्व समूह संचालन अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई के अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इस मामले की जांच पिछले तीन वर्षों से चल रही है और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की एक ताजा रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई ने यह गिरफ्तारी की है। ये गिरफ्तारी बीती रात चेन्नई से हुई है। एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम से तीन दिन पहले पूछताछ के बाद देर रात CBI ने यह कार्रवाई की है। इससे पहले सीबीआई ने चित्रा के अलावा कथित रूप से ‘योगी’ के निर्देश पर नौकरी पर रखे गये एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग अधिकारी आनंद सुब्रमण्यम और पूर्व सीईओ रवि नारायण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया था।
एनएसई की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण जिस रहस्यमयी हिमालयन योगी के प्रभाव में आकर फैसले लेती थीं उसकी पहचान उजागर हो गई है। सीबीआई सूत्रों की मानें तो वह चित्रा रामकृष्ण का पसंदीदा वह रहस्यमयी योगी कोई और नहीं बल्कि स्टॉक मार्केट हेरफेर के मामले में गिरफ्तार पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम ही हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर हुए को-लोकेशन घोटाले में आरोपी आनंद सुब्रमण्यम एनएसई की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण के सलाहकार भी थे। इससे पहले सीबीआई ने उनसे लंबी पूछताछ में यह जानने की कोशिश की कि सीओओ पद पर उनकी तैनाती आखिर किस तरह हुई थी। इसके अलावा आनंद को मिलने वाले करोड़ों रुपये के पैकेज के बारे में भी जांच एजेंसी ने उनसे सवाल किए थे।
एक ऑडिट रिपोर्ट में सुब्रमण्यम को कथित तौर पर एक रहस्यमयी योगी के रूप में संदर्भित किया गया था, लेकिन इसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 11 फरवरी को अपनी रिपोर्ट में खारिज कर दिया था। वर्ष 2013 में एनएसई के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) रवि नारायण की जगह लेने वालीं चित्रा रामकृष्ण ने सुब्रमण्यम को अपना सलाहकार नियुक्त किया था। इसके बाद सुब्रमण्यम को 4.21 करोड़ रुपये के मोटे वेतन पर समूह संचालन अधिकारी के रूप में पदोन्नत किया गया था।
पूछताछ के दौरान आनंद सुब्रमण्यम ने सवालों का जवाब देने में आना-कानी की, इसीलिए सीबीआई ने उन्हें हिरासत में ले लिया। सीबीआई सुब्रमण्यम को दिल्ली लाने के लिए ट्रांजिट रिमांड पर की डिमांड करेगी। सूत्रों के मुताबिक एक बार याचिका मंजूर हो जाने के बाद, सीबीआई उसे राजधानी दिल्ली लाएगी और अपने मुख्यालय में मामले के संबंध में पूछताछ के लिए उसे अदालत से रिमांड पर लेने के लिए अनुरोध करेगी। सूत्रों के अनुसार कि एनएसई की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण ने पूछताछ में खुद को निर्दोष बताया और उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने पूछताछ के दौरान कई बार अपने बयान भी बदले और जांच की दिशा बदलने का भी प्रयास किया था। अब जबकि आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार किया जा चुका है, चित्रा रामकृष्ण पर भी शिकंजा कसा जा सकता है।