- एसएसपी के नेतृत्व में सामूहिक दुष्कर्म मामले में हरिद्वार पुलिस का एक और शानदार खुलासा
- हरिद्वार पुलिस की निष्पक्ष कार्रवाई बनी पूरे जिले में चर्चा का विषय, चौतरफा हो रही सराहना
- नाबालिक से सामूहिक दुष्कर्म मामले में आठ नामजद में से तीन को भेजा जेल
- लालची षड़यंत्रकारी मुंह बोले चाचा (शिकायतकर्ता) को दो साथियों सहित हरिद्वार पुलिस ने भेजा जेल
- बेकसूर लोगों को फंसाने की जुगत काम न आई, तेज तर्रार हरिद्वार पुलिस ने किया दूध का दूध और पानी का पानी कुल 6 अभियुक्त गिरफ्तार, जाँच जारी है
- “पूरी टीम ने घटना के सभी पहलुओं को देखकर बढ़िया कार्रवाई की है, पीड़िता की पूरी मदद की जाएगी, जल्द ही घटना में शामिल और लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजेंगे :: एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल”
हरिद्वार 22 फरवरी, कुछ दिन पूर्व कोतवाली लक्सर में नाबालिक के साथ सामूहिक दुष्कर्म की एक हृदय विदारक घटना हुई थी जिसने जनपद समेत राज्य में सभी को स्तब्ध कर दिया था।
सभी को झकझोरने वाली इस घटना पर अनुभवी एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह एवं सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल को “सच सामने लाने” के लिए निर्देशित करते हुए पूरे मामले पर स्वयं भी बारीकी से नजर बनाए रखी।-
बीती 18 फरवरी को कान्हापुर रुडकी निवासी फारुख द्वारा कोतवाली लक्सर पर अपनी नाबालिग भतीजी के साथ आठ व्यक्तियों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की लिखित शिकायत दी थी। जिस पर कोतवाली लक्सर में मुकदमा पोक्सो एक्ट दर्ज किया गया।
एससएसपी के निर्देश पर मामले का सच सामने लाने के लिए विशेष टीमें गठित की गईं। यह सभी टीमें आपस में वैल कनेक्टेड थीं जो हर छोटी-बड़ी बात को आपस में शेयर कर रही थीं। इस बेहद संवेदनशील मामले में नियमों का पालन करते हुए अन्य कानूनी प्रक्रियाओं के बाद पीडिता का मेडिकल एवं धारा 164 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत कोर्ट में बयान अंकित करवाए गए। बयानों के पश्चात घटनाक्रम ने एक नया हैरतअंगेज मोड़ सामने आया। जिसमें दुष्कर्म जैसे मानवता को शर्मसार कर देने वाले मामले में भी रुपए कमाने की भूख और लगे हाथों अपने दुश्मनों/बेगुनाहों को भी जेल भेजने की गहरी साजिश की बात सामने आई।
किशोरी रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू के साथ रहती थी जबकि किशोरी की मां जो मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ नहीं थी रेलवे स्टेशन की तरफ कहीं रहती थी। दूर के रिश्ते का मामा नसीम जो इस बात को जानता था कि इसका आगे पीछे कोई नहीं है, ने अपने साथियों अब्दुल रहमान, मुनीश आदि के साथ जब कुछ महीनों तक किशोरी का शारीरिक शोषण किया तो किशोरी वहां से भाग कर रेलवे स्टेशन में अपनी मां के पास आ गई क्योंकि किशोरी अभी छोटी थी और उसकी मां कानूनी दांव पेंच आदि कुछ भी नहीं जानती थी इसलिए आरोपी पक्ष भी निश्चिंत थे कि हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। थोड़े समय पश्चात जब इस बात की मोटी मोटी जानकारी फारुख को पता चली तो फारूख ने किशोरी को पूरी तरीके से अपने विश्वास में लिया और विपक्षियों को कड़ी सजा दिलवाने के बहाने अपने साथ ले आया। किशोरी ने भी फारुख को चाचा कहना शुरू कर दिया और मदद की आस में किशोरी अपनी मां के साथ अपने “मुंहबोले चाचा फारुख” के पास आ गई। पूरी जानकारी होने पर कथित चाचा फारुख ने मौका देखकर विक्षिप्त महिला (मां) को वहां से भगा दिया और अपने साथियों गुलशाद, अहसान एवं नफीस के साथ मिलकर मौके का फायदा उठाने की सोची।
मुंह बोले चाचा फारूक और उसके साथियों गुलशाद आदि ने गांव के अपने पुराने मामले में “रंजिश के तहत” विपक्षियों को फंसाने के लिए किशोरी को कहा कि तुम हमारे बताए हुए नाम वाले लोगों को भी पुलिस को और बाद में कोर्ट में भी बताना। षडयंत्र के तहत पीड़िता को बयान देने के लिए तैयार किया गया और पूरी तैयारी के साथ 18 फरवरी को कोतवाली में आठ लोगों नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान, मुनीश, फरमान, अरशद, इस्लाम, साजिद व अहसान के खिलाफ नामजद दुष्कर्म का मुकदमा लिखा गया।
सम्मिलित आरोपियों सहित गांव के कुछ बेगुनाह लोगों को मुकदमें में नामजद कर समझौते के नाम पर मोटी रकम ऐंठने का शानदार तरीके से ताना-बाना बुना गया था जिसे कप्तान के सुदृढ़ नेतृत्व में गठित की गई पुलिस टीमों और उनका पर्यवेक्षण कर रहे अधिकारियों की सूझबूझ ने नाकाम कर दिया।
जानकारी होते ही धरपकड़ में पुलिस की टीमें जुट गई है पीडिता के 164 सीआरपीसी के बयानों में इन सभी बातों का खुलासा होने पर गठित पुलिस टीमों ने पीड़िता को विश्वास में लेकर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 21 फरवरी को दुष्कर्म के आरोपी नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान व मुनीश को जैनपुर खुर्द से तथा दुर्भाग्यपूर्ण घटना से भी पैसे कमाने के लालच में षड़यन्त्रकारी मुंह बोले चाचा फारुख (वादी मुकदमा), गुलशाद व अहसान को ग्राम जैनपुर से हिरासत में लिया जिनके एक साथी की तलाश जारी है। इन सभी को जेल भेजा है। एसएसपी डोबाल के सशक्त नेतृत्व एवं कोतवाली लक्सर पुलिस की आदर्श विवेचना की जमकर तारीफ की जा रही है क्योंकि सभी इस बात को जानते थे/हैं कि किशोरी और उसकी बेबस मां की पैरवी करने वाला कोई नहीं है।
अभियुकतों पर एक मुकदमा पोक्सो एक्ट में दर्ज हुआ है। पुलिस द्वारा अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार दुष्कर्म के आरोपी :- नसीम उर्फ कल्लू पुत्र याकिल, अब्दुल रहमान पुत्र सईद और मुनीस पुत्र जाहिद सभी निवासी जैनपुर लक्सर हैं।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार षड्यंत्र के आरोपी :- फारुख पुत्र जमशेद निवासी कान्हापुर रुड़की (मुकदमा वादी), गुलशाद पुत्र मुबारिक और अहसान पुत्र सय्याद दोनों निवासी जैनपुर लक्सर।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- एसएसआई मनोज गैरोला, महिला एसआई गीता चौहान, एसआई हरीश गैरोला, एसआई दीपक चौधरी, हेड कॉन्स्टेबल शूरवीर सिह, हेड कॉन्स्टेबल भूपेन्द्र सिह और कॉन्स्टेबल सन्दीप। अभियुक्त :-