- एसओजी देहात/ऋषिकेश पुलिस ने ऋषिकेश क्षेत्र में हुई चोरी की घटना का 24 घंटे के अन्दर किया खुलासा
- चोरी की घटना में संलिप्त तीन अभियुक्तों को चोरी में प्रयुक्त क्रेटा गाडी के साथ किया गिरफ्तार।
- अभियुक्तों के कब्जे से चोरी की गयी ज्वेलरी व लाखों रुपए की नकदी सहित शत-प्रतिशत माल बरामद किया
- चोरी की घटना में घर का भेदी सगी मौसी का लड़का ही निकला घटना का मास्टर माइन्ड
देहरादून/ऋषिकेश 12 मई, शिकायतकर्ता वसीम खान पुत्र स्व मौ.तहसीन खान निवासी बी 1385 आईडीपीएल ऋषिकेश ने बीती 9 मई को कोतवाली ऋषिकेश में प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि आज सुबह वह एंव उनकी पत्नी अपने-अपने कार्य के लिए अपने कार्यस्थल गये थे एंव दोपहर जब उनकी पत्नी घर वापस आयी तो जानकारी हुई कि अज्ञात चोरो द्वारा उनके घर की अलमारी में रखी नगदी व लाखो रुपयो के सोने के आभूषण चोरी कर लिये है। जिस पर डीआईजी/एसएसपी देहरादून जन्मेजय खण्डूरी ने चोरी के माल की बरामदगी एंव अज्ञात चोरो की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। जिसके लिए एसपी देहात एंव सीओ ऋषिकेश की देख-रेख में प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली ऋषिकेश एंव एसओजी प्रभारी, देहात के नेतृत्व में घटना के अनावरण हेतु वर्दी एंव सादे वस्त्रो में अलग अलग पुलिस टीम बना कर चोरो की गिरफ्तारी के प्रयास प्रारम्भ किये गये।
पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास निजी घरो, प्रतिष्ठानो, दुकानो आदि के करीब 185 सीसीटीवी कैमरो का बारीकी से अवलोकन करते हुए अहम साक्ष्य संकलित किये गये। घटना के दिन से 1 माह पूर्व तक घटनास्थल के आसपास घूम रहे फड़, ठेली, रेहड़ी वालो के पूर्व इतिहास की जानकारी करते हुए गहन सत्यापन की कार्यवाही की गयी।पूर्व में चोरी की घटना में प्रकाश में आये चोरो की जानकारी कर उनकी हाल की गतिविधियो की जानकारी की गयी। सर्विलांस टीम के माध्यम से संदिग्ध नम्बरों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी।
सीसीटीवी कैमरो से मिली फुटेज के आधार पर पुलिस टीम को घटना स्थल के पास एक संदिग्ध क्रेटा गाडी घूमती हुई दिखाई दी, जिसके सम्बन्ध में जानकारी हेतु पुलिस टीम द्वारा आने जाने वाले मार्गों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक करते हुए मुखबिर तत्रं को सक्रिय किया गया, इस दौरान मुखबिर द्वारा पुलिस टीम को सूचना दी गयी कि घटना में संलिप्त जिस सफेद क्रेटा कार व संदिग्ध व्यक्तियों को आप तलाश कर रहे हैं, वे बिलासपुर थाना दनकोर के रहने वाले हैं तथा चोरी किये गये सामान को बेचने के लिये मेरठ की तरफ जाते दिखाई दिये हैं, जिनके पास चोरी के रूपये व ज्वैलरी भी है। इस सूचना पर पुलिस टीम को तत्काल सम्बन्धित क्षेत्र को रवाना किया गया। पुलिस टीम को मेरठ बाईपास में बागपत फ्लाई ओवर से लगभग 200 मीटर आगे एक पेड़ के नीचे खड़ी एक संदिग्ध सफेद क्रेटा गाड़ी, जिसके पीछे यूपी-12-बीएल-4888 नम्बर की नम्बर प्लेट लगी थी, दिखाई दी। जिसमें सवार तीन व्यक्तियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपना नाम: 1- इनाम खान 2- सोहेल खान तथा 3- समीर कुरैशी बताया। जिनकी तलाशी लेने पर तीनों व्यक्तियों के पास से आभूषण एंव नगद धनराशि बरामद हुई, जिसके सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त आभूषण व नकदी को ऋशिकेष आईडीपीएल क्षेत्र में एक घर से चोरी किया जाना स्वीकार किया गया। जिस पर उपरोक्त अभियुक्तो को मौके से मेरठ बाईपास बागपत फ्लाईओवर के 200 मीटर आगे से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों को समय से न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार तीनों अभियुक्त ग्राम बिलासपुर थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।
1- इनाम खान पुत्र स्व आबिद खान निवासी उम्र 24 वर्ष, ये घटना का मास्टरमांइड और पीड़ित का मौसेरा भाई है।
2- सोहेल खान पुत्र निजाम खान, उम्र 27 वर्ष।
3- समीर कुरैशी पुत्र भोलू, उम्र 18 वर्ष।
पूछताछ में अभियुक्त सोहेल खान द्वारा बताया गया कि वह इनाम का पुराना दोस्त है तथा मेरा बिलासपुर में ठेकेदारी का काम है। घटना में इस्तेमाल की गई गाड़ी हुण्डई क्रेटा नंबर यूपी-12-बीएल-4888 इसने तीन- चार महीने पहले बुलन्दशहर से खरीदी थी। इनाम ने इसे बताया कि आईडीपीएल ऋषिकेश में उसकी खाला(मौसी) के बच्चे रहते है, जिनके पास काफी पैसा है और वह दोपहर मे घर को खाली छोडकर काम पर चले जाते है तथा घर की चाबी वही रखी रहती है, हम लोग आराम से चोरी कर सकते है, जिससे हमें काफी माल मिल सकता है। जिस पर ये लालच में आ गया और चोरी की घटना को अंजाम देने के लिये अपने एक अन्य साथी समीर कुरैशी को साथ लेकर इनाम के साथ आईडीपीएल ऋषिकेश आया। ईनाम के बताये अनुसार ये और समीर एक गली में इनाम की खाला के घर म0नं0- 1385 में गये तथा घर के बाहर लगे कूलर से चाबी उठाकर मेन गेट खोलकर ये दोनो घर के अन्दर चले गये, इनाम घर के बाहर मेन रोड पर खडा होकर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखते हुए फोन पर ही इन्हे घर के अन्दर की जानकारी दे रहा था। ईनाम से बात करते हुए हमने बैड व अलमारी खोलकर ज्वैलरी व पैसे चोरी कर लिये तथा घर के पीछे का दरवाजा खुला छोडकर दोनों घर के मेन गेट पर पुनः ताला लगाकर मुख्य हाईवे पर आ गये, जहा पहले से ही इनाम गाडी में इनका इन्तेजार कर रहा था। फिर ये लोग गाडी से मुख्य हाईवे से हरिद्वार होते हुए मंगलौर के रास्ते गंगनहर वाली पटरी से वापस चले गये। बिलासपुर मे इन्हे सभी पहचानते थे इसलिए ये चोरी के पैसो व ज्वैलरी का बटवारा कर आज ज्वैलरी को मेरठ बेचने जा रहे थे, कि तभी देहरादून पुलिस द्वारा इन्हें पकड लिया गया।
अभियुक्तों से बरामद माल में 3,40,000 रुपये नगद (तीन लाख चालीस हजार रुपये), पीली धातु के दो कड़े, पीली धातु का एक हार जिस पर झालर हैं, पीली धातु के कान के दो झालरदार झुमके, एक मांग टीका, पीली धातु के दो चोड़े कडे, पीली धातु का एक गले का हार झालरदार, पीली धातु की एक पतली चेन, पीली धातु के कान के दो झालरदार टाप्स, कान के दो झालरदार झुमके, पीली धातु की एक गोल नथ, पीली धातु का गले का हार, पीली धातु के दो कान के कुण्डल और कार हुण्डई क्रेटा नंबर यूपी-12-बीएल-4888
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में रवि सैनी, इंस्पेक्टर इंचार्ज ऋषिकेश, एसआई ओमकान्त भूषण, प्रभारी एसओजी देहात, एसआई चिन्तामणि मैठाणी, चौकी प्रभारी आईडीपीएल (विवेचक), कॉन्स्टेबल नवनीत नेगी एसओजी देहात, कॉन्स्टेबल सोनी कुमार, कॉन्स्टेबल मनोज कुमार,कॉन्स्टेबल कमल जोशी, महिला कॉन्स्टेबल जमुना, कॉन्स्टेबल दुष्यंत कुमार, कोतवाली ऋषिकेश, कॉन्स्टेबल विकास,कॉन्स्टेबल संदीप छाबड़ी और कॉन्स्टेबल सचिन सैनी, कोतवाली ऋषिकेश।