- नाबालिग के हत्यारोपी को दो दिन के भीतर दबोचा
- पीड़िता के प्रेमी ने ही की उसके बेटे की हत्या
- पति की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण प्रेमी के साथ रह रही थी पीड़िता
- अभियुक्त के विरुद्ध चोरी, लूट व हत्या के आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज
- पुलिस अधीक्षक देहात द्वारा किया गया घटना का खुलासा
हरिद्वार 21 दिसंबर, पीड़िता द्वारा बीती 18 दिसंबर को उसके नाबालिग बालक की हत्या व उसके शव को फेंक देने, दफन कर देने के सम्बंध में थाना कलियर पर नामजद के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया था। जांच के बाद से मुक़दमे में में धारा 363/201 भादवि की बढोत्तरी की गयी।
एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह के आदेशानुसार उक्त अभियोग के सफल अनावरण व नामजद अभियुक्त कासिफ की गिरफ्तारी व बालक के शव की बरामदगी हेतु गठित पुलिस टीम द्वारा अथक प्रयास कर 2 दिन के भीतर ही अभियुक्त को दबोचने में सफलता हासिल की।
लोनी गाजियाबाद में पीड़िता मुस्कान व अभियुक्त के बीच प्रेम संबंध बनने व पीड़िता के पति की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण पीड़िता व अभियुक्त एक साथ रहने लगे जो आसपास के लोगों को पसंद नहीं था जिस कारण पीड़िता अपने पुत्र के साथ कलियर हरिद्वार आकार रहने लगी। उसके बाद अभियुक्त भी कलियर आकार महिला के साथ रह कर मजदूरी का काम करने लगा।
जो शराब का आदी व महिला पर शक की वजह से अभियुक्त ने नशे में आकर नाबालिक की गला घोट कर हत्या कर दी। और शव को छुपाने के लिए नहर में फेंक दिया। मृतक बालक का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ शव की बरामदगी हेतु प्रयास जारी है।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त कासिफ उर्फ गोविन्दा पुत्र जाकिर निवासी सीलमपुर नाले पास नई दिल्ली उम्र 30 वर्ष
अभियुक्त कासिफ का बड़ा आपराधिक इतिहास अभियुक्त के खिलाफ चोरी, लूट व हत्या के दिल्ली में 8 मुक़दमे और एक मुकदमा यूपी के मेरठ दर्ज हैं।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम थाना पिरान कलियर एसओ जंहागीर अली, हेड कॉन्स्टेबल अलिया अली, हेड कॉन्स्टेबल जमशैद अली, हेड कॉन्स्टेबल सोनू कुमार, कॉन्स्टेबल राहुल नेगी, कॉन्स्टेबल चालक संजीव कुमार
कॉन्स्टेबल अशोक एसओजी, कॉन्स्टेबल महिपाल और कॉन्स्टेबल अबेदुल्लाह थाना भगवानपुर।