- फरेब, साजिश और कत्ल, एक तीर से कई निशाने लगाने के मंसूबो को किया फेल
- पत्नी की हत्या का हरिद्वार पुलिस ने किया हैरतअंगेज खुलासा
- सामने आयी चौंकाने वाली हकीकत, C.I.D. धारावाहिक बना था कातिल पति का प्रेरणास्रोत
- 44 लाख के लोन से छुटकारे और प्रेमिका से खुलकर गुफ़्तगू करने के लिए शौहर ने रची थी साजिश
- अभियुक्त ने भरोसेमंद रिश्ते पर घोपा छुरा, पत्नी का किया कत्ल
- लंबे वक्त से कर रहा था प्लानिंग, कोल्ड्रिंक में मिलाता था शराब, पत्नी को नशे की हालत में नहर में धकेला
- वारदात को घटना दिखाने के लिए हत्या में शाम साथी के बामुश्किल बचने और बेहोश होने का नाटक
- नहर में मृतका के शव की तलाश जारी है
- “अगर अपराधी अपनी साजिश में सफल हो जाता तो मृतका को न्याय नहीं मिल पाता पुलिस टीम ने मेहनत से काम कर बढ़िया खुलासा किया है, पूरी टीम बधाई की पात्र है – एसएसपी हरिद्वार”
हरिद्वार 12 फरवरी, पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल का सुदृढ नेतृत्व में जिले में अपराधियों में खौफ नजर आ रहा है। ताजातरीन मामला कोतवाली मंगलौर का है। डायल 112 के माध्यम से 7 फरवरी रात्रि को कोतवाली मंगलौर को सूचना प्राप्त हुई कि नहर पटरी नसीरपुर में एक दुर्घटना हुई है जिसमें महिला नहर में डूब गई है और 1 व्यक्ति डूबने से बच गया है। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य किए।
बीती 8 फरवरी को घटना को संदिग्ध बताते हुए नहर में बही मृतका के पिता ने अपने दामाद और अन्य द्वारा साजिश रच कर विवाहिता को गंगनहर में धक्का देकर हत्या कर देने के संबंध में अंतर्गत धारा 302 .201. 120बी IPC में मुकदमा दर्ज कराया। शिकायत का संज्ञान लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा मामले की गहरी पड़ताल करते हुए हकीकत सामने लाने के निर्देश दिए गए। खुलासे के लिए गठित टीम ने पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का बैंक लोन था। आरोपी पति अतेंद्र ज्वालापुर में आटा चक्की उद्योग का कार्य करता है। इस कार्य के लिए मृतका के नाम पर 44 लाख रुपए का लोन लिया गया था। अन्य आरोपी आटा चक्की पर ही काम करता था। आरोपित पति का बैंक में काम कर रही महिला के साथ हरिद्वार में अवैध संबंध भी सामने आया है। अभियुक्त ने बैंक जाकर पता किया तो वहां उसको पता चला कि मरने के बाद लोन माफ हो जाता है। मामला पता चलते ही योजनाबद्ध तरीके से मृतका को शराब पीने की आदत डाली गई।
घटना के दिन मृतका को धोखे से काफी शराब पिलाकर जबरदस्ती वेगनआर मे डालकर हरिद्वार लाया गया। दूसरा आरोपित (चक्की में काम कर रहा आरोपित जिसे मुख्य आरोपित ने 5 लाख देने का वायदा किया था) मोटरसाइकिल पर पीछे-पीछे आ रहा था। दोनों ने रास्ते में मृतका को पुन: शराब पिलाई और फिर नहर पटरी नहर नसीरपुर के पास धकेल दिया। मोटरसाइकिल को नहर में डालकर पुलिस का ध्यान भटकने के लिए एक्सीडेंट की प्लानिंग भी की गई और डायल 112 तथा 108 एंबुलेंस को सूचना दी गई जिससे मृतका को रास्ते से हटाकर प्रेम के दरवाजे भी खोले जाएं और लोन भी माफ हो जाए।
पुलिस टीम ने बीती 10 फरवरी को दोनों आरोपियों को दबोचने में सफलता हासिल कर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। लोन निपटाने और प्रेमिका से और ज्यादा ताल्लुकात बढ़ाने के लिए की गई इस वारदात को जनता के सामने लाते हुए पुलिस टीम ने कार में छूट रखी मृतका की टोपी को भी आरोपी पति की निशानदेही पर नहर पटरी से बरामद किया।
पुलिस से पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि हत्या किए जाने का आइडिया टीवी सीरियल सीआईडी देखने के बाद आया। नहर में मृतका के शव की तलाश जारी है।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त :- अतेंद्र पुत्र सत्य प्रकाश निवासी ग्राम झडका थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश और अजय प्रकाश उर्फ रवि पुत्र भानु प्रकाश निवासी ग्राम झडका थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ उत्तर प्रदेश।
गिरफ्तार अभियुक्तों से बरामद माल :- मृतका की टोपी, मृतका का पिट्ठू बैग, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल मय हेलमेट और घटना में प्रयुक्त वेगनआर।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- इंचार्ज इंस्पेक्टर अमरचंद शर्मा, एसएसआई धर्मेंद्र राठी, एसआई नवीन चौहान, एसआई मनोज कठैत, एसआई रघुवारी सिह रावत, एएसआई नरेंद्र राठी, हेड कांस्टेबल शूरवीर, हेड कांस्टेबल विकास और कांस्टेबल अरुण। पुलिस द्वारा अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की और भी जानकारी जुटाई जा रही है।