- कई मुरझाए चेहरों पर मुस्कान ला रहा ऑपरेशन स्माइल
- AHTU टीम ने 15 वर्षीय नाबालिग के परिजनों को ढूंढ निकाला
- नाबालिग को कुछ दिन पूर्व रेस्क्यू कर खुला आश्रय गृह में कराया था दाखिल
- बिहार निवासी नाबालिग को परिजनों के सुपुर्द कर एक और भावुक पल की साक्षी बनी AHTU टीम
- नाबालिग के मिलने पर परिजनों ने हरिद्वार पुलिस को किया धन्यवाद
- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार के आदेशानुसार और पुलिस उपाधीक्षक नगर (नोडल अधिकारी AHTU) श्रीमती जूही मनराल के पर्यवेक्षण में AHTU द्वारा एक बालक का कुछ दिन पूर्व रेस्कयू किया गया था।
हरिद्वार 20 दिसम्बर, बीती 7 दिसम्बर को हरिद्वार नगर क्षेत्र से 15 वर्षीय बालक (निवासी लाहोरिया चौक, बेतिया, बिहार) को रेस्क्यू किया गया। बालक मुरादाबाद में ट्रेन छूटने के कारण अपने साथियों से बिछड़ गया था और हरिद्वार में कबाड़ बिनकर गुजर-बसर कर रहा था।
टीम ने बालक को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति (CWC) के आदेशानुसार खुला आश्रय गृह कनखल में सुरक्षित रखा।
टीम ने बालक के परिजनों को बिहार से तलाश कर गुरुवार 19 दिसम्बर को बाल कल्याण समिति, हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया। समिति ने काउंसलिंग के बाद बालक को उसकी मां, श्रीमती फूलमती देवी, को सौंपा।
हरिद्वार पुलिस ने एक बिछड़े बालक को उसकी मां से मिलाकर परिवार को पुनः खुशियां लौटाई।
AHTU टीम- हेड कॉन्स्टेबल राकेश कुमार, महिला हेड कॉन्स्टेबल बिनीता सेमवाल, कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार, कॉन्स्टेबल दीपक चंद ओर महिला कॉन्स्टेबल गीता देवी।