देहरादून 13 अप्रैल, थाना प्रेमनगर में रविवार 11 अप्रैल की सायं शिकायतकर्ता दीपक पुत्र जयवीर निवासी ग्राम कमोद थाना बौन्दा, जिला चरखीदादरी, हरियाणा द्वारा तहरीर दी गयी कि उसके व उसके साथ के 10-12 अन्य लडकों को रविन्द्र पुत्र दीपराग, निवासी बौन्धकला, जिला चरखीदादरी , हरियाणा, सोनू पुत्र सुबेदार निवासी बौन्धकला, जिला चरखीदादरी, हरियाणा, युवराज उर्फ स्वराज उर्फ अरविन्द पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी तीलीघाट, थाना खुर्जा, जिला बुलन्दशहर यूपी, पंकज उर्फ अक्षत पुत्र बृजभूषण निवासी हरेडा, कोतवाली बागपत यूपी, रोहित निवासी लोनी , दिल्ली द्वारा भारतीय सेना में भर्ती करवाने को कहा गया है तथा भर्ती करवाने के लिए एडवांस में पैसे लिए है। उक्त व्यक्तियों द्वारा शिकायतकर्ता एवं अन्य लडकों का आर्मी एरिया , धोलाकुआं, दिल्ली में मेडिकल करवाकर अलग – अलग स्थानों में ले गए तथा कुछ माह व्यतीत होने के पश्चात हिमालयन कैम्प , गडू खत्ता , टिहरी गढ़वाल ले गए, जहाँ पर उनकी फिजिकल ट्रेनिंग करवायी गयी । इसके बाद आज टेरीटोरियल आर्मी, गढ़ी कैंट देहरादून में ज्वाईनिंग के लिए लाए थे, परन्तु उक्त व्यक्तियों ने हमे यहाँ बालाजी मन्दिर झाझरा के पास लाकर छोड दिया।
भारतीय सैना से सम्बन्धित मामला होने के कारण शिकायतकर्ता/वादी दीपक उपरोक्त द्वारा प्रस्तुत तहरीर पर थाना प्रेमनगर में *मु0अ0सं0 65/21 धारा 420/467/468/471/120 बी/504 भादवि बनाम रविन्द्र आदि पंजीकृत किया गया तथा वादी व अन्य 12 लडकों से पूछताछ कर अभियुक्तगणों के संबंध में और जानकारी ली गयी।
उक्त प्रकरण के भारतीय सेना से संबंधित होने के कारण प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून डॉ योगेन्द्र सिंह रावत द्वारा एसपी सिटी सरिता डोबाल, व सीओ मसूरी पल्लवी त्यागी के देख-रेख में तत्काल एसओजी तथा थानाध्यक्ष प्रेमनगर को निर्देशित कर संयुक्त टीम का गठन कर अभियोग में नामजद अभियुक्तगणों की तलाश व गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत किये गये। गठित टीम द्वारा अभियुक्तों की तलाश हेतु संभावित ठिकानों आर्मी गढ़ी कैंट व देहरादून में अन्य स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान दिनाक 12/04/21 की साँय पुलिस टीम को जरिये मुखबिर दो वाहनों में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के क्षेत्र में घूमने की सूचना प्राप्त हुई। उक्त सूचना पर पुलिस टीम द्वारा सिलवर हाईट तिराहा, विधौली रोड से तीन संदिग्ध व्यक्तियों को मय कार आई-10 व स्विफ्ट डिजायर के साथ पकड़ा। पूछताछ में उक्त व्यक्तियों द्वारा बताए गए नाम उनके पहचान पत्र आदि से वैरीफाई करने पर गलत पाये गये तथा उक्त तीन व्यक्तियों का नाम सोनू , युवराज और पंकज होना तथा उनका प्रेमनगर में पंजीकृत मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित नामजद अभियुक्त होना पाया गया। तीनों अभियुक्तों की तलाशी में उनके पास से उक्त लडकों के सलैक्शन लैटर, आईएमए की नीली गोल मोहरें, लडकों आधार कार्ड आदि बरामद हुए। अभियुक्तों सोनू पुत्र सूबेराम निवासी ग्राम बोन्दकला, थाना बोन्दा, जिला चरखीदारी पुरानानाम – भिवानी हरियाणा उम्र 24 वर्ष, स्वराज उर्फ युवराज उर्फ अरविन्द पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी गांव तिलियाधार थाना खुर्जा जिला बुलन्दशहर यूपी उम्र 25 वर्ष और अक्षित उर्फ पकज पुत्र बृजभूषण निवासी ग्राम हरेडा थाना कोतवाली बागपत यूपी उम्र 25 वर्ष को मौके से गिरफ्तार कर उनके पास से बरामद माल को कब्जे पुलिस लिया गया।
अभियुक्त गणों से पूछताछ करने पर यह तथ्य प्रकाश में आये की अभियुक्तों द्वारा फर्जी भर्ती के लिए चार चरणों में योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया गया था।
प्रथम चरण –
सबसे पहले रवीन्द्र नाम के व्यक्ति द्वारा हरियाणा , उप्र आदि ग्रामीण क्षेत्रों से बेरोजगार युवकों को इकट्ठा किया गया था तथा 10-12 लडके इकट्ठा होने के बाद धनराशी तय की गयी थी। प्रति युवक 5 से 10 लाख रूपए में भर्ती के लिए तय हुआ था।
द्वितीय चरण –
सेना में भर्ती के लिए लड़कों का सलैक्शन होने के बाद रवीन्द्र अपने साथी सोनू को उक्त लडकों से मिलवाता था और सोनू इन लडकों से उनके कागजात आधार कार्ड आदि इकठ्ठे करता था और अपने अन्य साथी युवराज के साथ मिलकर फर्जी ज्वाईनिंग लैटर / सलैक्शन लैटर तैयार करवाता था।
तृतीय चरण –
सभी लड़कों के कागजात इकट्ठा होने के बाद उन लड़कों का मेडिकल करवाने के लिए आर्मी कैट क्षेत्र चुना जाता था, जिसमें इनकी सहयोगी रोहित नाम का व्यक्ति आर्मी कैट , धौलाकुँआ, दिल्ली में कैम्पस में अन्दर ले जाकर इनके मेडिकल करवाता है ।
चतुर्थ चरण –
इसमें सभी लडकों का मेडिकल होने बाद ट्रेनिंग के लिए स्थान का चयन किया जाता है, जहाँ पर बैच के अनुसार इन्हें ट्रेनिंग दिलवायी जाती है । हिमालयन कैम्प, गट्डू खत्ता , टि0ग0 में आर्मी की मिलती जुलती वेशभूषा में इन्हें आर्मी की तरह प्रशिक्षण दिया जाता है।
उक्त प्रशिक्षण प्राप्त होने के बाद इन लडकों को युवराज के द्वारा तैयार करवाए गए फर्जी / कूटरचित सलैक्शन लैटर दिए जाते है। इस पूरी प्रकिया के दौरान उपरोक्त सभी लडकों से तय किए गए पैसे प्राप्त कर लिए जाते हैं। पिछले साल भी सोनू ने अपने गांव के आस पास के 5-6 लड़कों के पैसे लेकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दे दिए थे जिसका पता चलने पर लोगो ने सोनू की पिटाई भी की किंतु कोई मुकदमा दर्ज नही करवाया था।
बरामद माल :-
1- 14 SELECTION लैटर / ज्वाईनिग लैटर ( 1- रोहित 2- नीरज 3- परवेन्द्र 4- ललित 5- नीरज 6- अजय 7- हेमन्त 8 – हितेश 9- लखवीर 10- अंकुर 11- दिवेश 12- राहुल 13 – साहिल 14- रविन्द्र ) 2- उपरोक्त लडकों के 10 आधार कार्ड
3- 4 मोबाईल, जिसमें एक एप्पल कम्पनी का है
4- ए0टी0एम0 कार्ड – 4
5- 2 गोल नीली मोहरें जिसमें पहली गोल मोहर पर नीली अशोक स्तम्भ सत्यमेव जयते का चिन्ह तथा INDIAN MILITARY ACADEMY . DEHRADUN अंकित है तथा दूसरी नीली गोल मोहर पर 127 INDIAN INFANTARY BATTALLIAN ( TA ) Garhwal Rifles Dehradun PIN 248001 अंकित है, एक इंक पैड
पर्यवेक्षण अधिकारी
1-श्रीमती सरिता डोभाल – पुलिस अधीक्षक नगर, महोदय, देहरादून
2-सुश्री पल्लवी त्यागी – सीओ मसूरी प्रभारी