- दून पुलिस का आपरेशन प्रहार, बॉलीवुड फिल्म स्पेशल छब्बीस की तर्ज पर नकली सीबीआई अधिकारी बनकर लूट करने वाले गिरोह का दून पुलिस ने किया पर्दाफाश
- अपराध में सम्मिलित तीन व्यक्तियों को रायपुर पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम ने किया गिरफ्तार
- अभियुक्तगणों के कब्जे से लूटी गयी नगदी 2 लाख रूपये नगद, 6 मंहगे मोबाइल फोन, 2 लैपटाप, एक टैब, महत्वपूर्ण रजिस्टर, घटना में प्रयुक्त कार, नकली पिस्टल और दो वाकी टाकी को किया बरामद।
देहादून 4 सितम्बर, बीती 29 अगस्त को शिकायतकर्ता अमित कुमार पुत्र ईश्वर चन्द निवासी ग्राम व पोस्ट ऑफिस-नागल, तहसील देवबन्द सहारनपुर (यूपी) हाल निवासी निकट हेरीटेज पब्लिक स्कूल सहस्त्रधारा रोड देहरादून ने थाना रायपुर में एक प्रार्थना पत्र दिया तथा पूछने पर बताया कि उक्त तिथि को प्रात: 6ः15 बजे के लगभग तीन व्यक्ति उनके फ्लैट में आये । उक्त समय फ्लैट में शिकायतकर्ता सहित उनका एक कर्मचारी मुकुल त्यागी व उसकी एक महिला मित्र मौजूद थी। उक्त तीनों व्यक्तियों ने मास्क पहन रखे थे। जिनमें से 2 व्यक्तियों के पास पिस्टल व 2 वाकी टाकी थे। जिनके द्वारा पिस्टल दिखाकर झूठी वीडियो बनायी तथा कमरे में रखी नगदी, 2 लैपटाप, 6 मोबाइल फोन व अन्य सामान ले लिया। जिनके द्वारा महिला को छोड दिया तथा शिकायतकर्ता व मुकुल त्यागी को शिकायतकर्ता की ही कार XUV 300 में बैठाकर प्रूडैन्ट ट्रैडिंग एकेडमी 17 न्यू सर्वे रोड रोजगार तिराहा लेकर आये तथा एकेडमी में तलाशी लेकर वादी व मुकुल त्यागी को शिकायतकर्ता की ही गाडी में बैठाकर देहरादून में घूमाते रहे तथा पैसे की मांग करने लगे जिस पर शिकायतकर्ता के द्वारा अपने परिजनों से फोन से बात कर रूपये मांगे। मौका देखकर शिकायतकर्ता मौहेब्बेवाला के पास गाडी से उतरकर भाग गया तथा तीनों व्यक्ति मुकुल त्यागी को लेकर डांट काली मन्दिर पहुंचे जहां पर मुकुल त्यागी और कार को छोडकर तीनों भाग गये । शिकायतकर्ता की तहरीर के आधार पर थाना हाजा पर अभियोग पंजीकृत कर विवेचना एसआई राजेश असवाल के सुपुर्द की गयी।
घटना की गम्भीरता को देखते हुए डीआईजी /एसएसपी देहरादून दिलीप सिंह कुंवर द्वारा घटना के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिसके क्रम मे सरिता डोबाल पुलिस अधीक्षक नगर एवं अभिनय चौधरी सीओ डोईवाला देहरादून द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर वादी अमित कश्यप व मुकुल त्यागी से विस्तृत पूछताछ कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की गयी तथा स्वयं के मार्गदर्शन व पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष रायपुर के नेतृत्व में टीम गठित कर रवाना की गयी।
थानाध्यक्ष रायपुर कुन्दन राम के नेतृत्व में गठित टीम अभियुक्त गणों की गिरफ्तारी व माल की बरामदगी हेतु जनपद सहारनपुर यूपी, करनाल हरियाणा व विभिन्न जनपदों व राज्यों में दबिश हेतु रवाना हुई। एसएसआई नवीन जोशी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा वादी व मुकुल त्यागी के साथ-साथ उनके जानने वालों से पूछताछ कर सम्भावित संदिग्धों को चिन्हित करने की कार्यवाही की गयी। एसओजी टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित कर सर्विलांस के माध्यम से उनकी जानकारी प्राप्त की गयी व एसओजी की एक टीम हरियाणा रवाना हुई। एसआई राजेश असवाल चौकी प्रभारी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम द्वारा घटना से पूर्व व घटना के पश्चात घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटैज को चैक किया गया। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों व घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया तो वादी के वाहन ग्न्ट के साथ साथ एक संदिग्ध वाहन ग्न्ट सफेद रंग चलता दिखायी दिया। संदिग्ध वाहन XUV 300 UK07FK9398 का नम्बर का रजिस्ट्रेशन आशीष कुमार पुत्र वेदप्रकाश निवासी ग्राम बंजारन नुकुड सहारनपुर यूपी के नाम पंजीकृत होना पाया गया। पुलिस टीम द्वारा आशीष कुमार के पते पर दबिश दी गयी, वह अपने घर से लगातार फरार चल रहा था व मोबाइन नम्बर लगातार स्विच आफ आ रहा था। पुलिस टीम के नकुड सहारनपुर क्षेत्र में पहुंचकर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी गयी। पुलिस द्वारा लगातार किये गये प्रयासों के परिणाम स्वरूप घटना में सम्मिलित अभियुक्तगणों आशीष, सोनू व सुमित कुमार को मय घटना में प्रयुक्त कार XUV300 न0 UK07FK9398 के नकुड-गंगोह रोड जैनपुर गांव से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गयी।
पुलिस द्वारा पूछताछ में तीनों अभियुक्तों द्वारा किये गये अपराध को स्वीकार करते हुए बताया कि चौथा अभियुक्त अभिषेक सैनी है जो कि वादी अमित कश्यप के पास देहरादून में ट्रेडिंग का काम सीखता था। अभिषेक सैनी ने हमें बताया कि अमित कश्यप शेयर ट्रेडिंग का काम करता है। लोगों से रूपये लेकर मार्केट में निवेश करता हैं। अमित कश्यप के पास कई वॉलेट हैं जिनमें करोड़ों रुपए हो सकते है एक वॉलेट जो हमारी जानकारी में है उसमें करीब 95 लाख रूपये होने की जानकारी मिली थी। अमित कश्यप ने आशीष से 6 लाख रूपये ट्रेडिंग के लिये थे जो उसने वापस नही किये थे। माह अगस्त में अमित कश्यप ने मुजफ्फरनगर में एक सेमिनार किया था, जिसमें उसने अपने ट्रेडिंग से सम्बन्धित डायमण्ड प्लाट को प्रमोशन करने हेतु काफी खर्चा किया था । जिसमें उसने कई लोगो को कार, मोटर साईकल, एलईडी, मोबाइल फोन, स्मार्ट वाच गिफ्ट दिये थे। जिस पर हम चारों ने मिलकर लूटने की योजना बनायी कि हम अमित कश्यप से उसका लैपटाप मोबाइल फोन लेंगे उसके लैपटाप मोबाइल फोन में उसके वालेट से रूपयों को अपने वालेट में ट्रांसफर कर देगें। इतने रूपयों का लेखा जोखा अमित पुलिस को नही बता पायेगा। इसके लिये हमने दो लाइटर वाली नकली पिस्टल, आपस में बात करने के लिये दो वाकी टाकी मुह छुपाने के लिये मास्क और हम इनको लेकर कहाँ जा रहे यह ये देख न सके के लिये काला नकाब खरीदा। इसके बाद तीनों लोग अभिषेक के साथ मोथरोवाला में मिले। हमने घटना में आशीष की कार XUV300 सफेद रंग का प्रयोग किया। हम चारों सुबह 6.15 बजे अमित के फ्लैट के पास पहुंचे, आशीष, सोनू व सुमित मास्क लगाकर व नकली पिस्टल व एक वाकी टाकी लेकर फ्लैट में पहुंचे जहाँ दरवाजा खुलवाकर अन्दर मौजूद अमित, मुकुल व महिला को अपना परिचय सीबीआई के रूप में दिया तथा वीडियो बनाकर डराया धमकाया तथा वोलेट की जानकारी मांगी लेकिन अमित व मुकुल त्यागी ने कोई जानकारी नही दी तो उनके फ्लैट में रखे 3 लाख 25 हज़ार रूपये, उनके 6 मोबाइल, 2 लैपटाप, एक टैब उनके रजिस्टर, पासपोर्ट, आधार कार्ड लेकर अमित व मुकुल त्यागी को अमित की ही गाडी में बैठाकर लेकर एकेडमी आये। अमित की गाडी के साथ-साथ दूसरी गाडी में अभिषेक दूसरी गाडी से साथ-साथ चल रहा था जिससे हम वाकी टाकी से बात कर रहे थे। घटना के समय हम चारों ने अपने मोबाइल फोन बन्द कर रखे थे। एकेडमी में इनके कम्प्यूटर चैक किये लेकिन कोई जानकारी नही मिली इनका डीवीआर लेकर इनसे रूपयों की मांग की अमित ने अपने घर वालों से पैसे मंगवाये तथा नागल सहारनपुर पहुंचकर 5 लाख और रूपयें देने की बात की। मौहेब्बेवाला के पास पहुंचकर अमित ने बताया कि उसका मोबाइल की बैटरी खत्म हो रही है तथा जैसे ही हमने गाडी रोककर इसके लिये डाटा केवल लेने उतरे अमित भाग गया। हमने मुकुल त्यागी को डाट काली पर अमित की गाडी सहित छोड दिया और वापस देहरादून आकर अभिषेक को मोथरोवाला चौक छोडकर हम तीनों हरिद्वार के रास्ते सामान लेकर सहारनपुर पहुंचे सहारनपुर में हमने सोनू को एक लाख 10 हजार रूपये देकर छोड दिया व हम दोनों अपने-अपने घर चले गये। अगले दिन हमें जानकारी मिली की पुलिस हमें ढूंढ रही ही, हम चारों ने अपने-अपने फोन बन्द कर दिये और सिम तोड दिये तथा आशीष, सुमित गाँव में छुपे रहे व अभिषेक देहरादून से फरार हो गया। पुलिस द्वारा लगातार हमारे घरवालों, दोस्तों, परिचितों व रिश्तेदारों के यहां हमें पकडने के लिये दबिश दी जी रही थी जिससे परेशान होकर हम तीनों ने सहारनपुर से बंगलौर जाने की योजना बनायी लेकिन इससे पहले पुलिस ने हमें पकड लिया।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त :- आशीष कुमार पुत्र वेदप्रकाश निवासी मौहल्ला बंजारन नियर एमआर पैलेस नकुड ब्लाक सहारनपुर यूपी उम्र 34 वर्ष, सोनू पुत्र बहादुर सिंह निवासी बुरावा शहर थाना सालावास जिला झज्जर हरियाणा उम्र 30 वर्ष और सुमित कुमार पुत्र रमेश चन्द निवासी मौहल्ला महादेव मन्दिर नकुड सहारनपुर यूपी उम्र 29 वर्ष।
फरार अभियुक्त:- अभिषेक पुत्र महेश चन्द्र निवासी: कस्बा नकुड, सहारपुर यूपी उम्र 37 वर्ष।
आपराधिक इतिहास:- पुलिस द्वारा अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
बरामदगी का विवरण:-
1- नगदी दो लाख रूपये (200000/-) रूपये
2- दो अदद नकली पिस्टल (घटना में प्रयुक्त)
3- दो वॉकी टॉकी (घटना में प्रयुक्त)
4- एक काले कलर का कपड़े का नकाब (घटना में प्रयुक्त)
5- Apple I-phone-02, Reshmi mobile-01, Samsung mobile-03
6- सैमसंग आई पैड 01, एचपी लैपटाप 02
7- एक आधार कार्ड मुकुल त्यागी
8- फॉरेक्स एकेडमी के ट्रेडिंग के डायरियां, दस्तावेज आदि
9- घटना में प्रयुक्त वाहन XUV300 वाहन संख्या :- UK07FK9398 सफेद रंग (घटना में प्रयुक्त)
नोट: घटना का अनावरण करने वाली टीम को श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा 25000/- रू0 नगद पुरूस्कार से तथा *श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र महोदय द्वारा 30,000/- रू0 नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गयी।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- टीम इंचार्ज कुन्दन राम एसएचओ थाना रायपुर देहरादून, नवीन जोशी एसएसआई, एसआई राजेश असवाल चौकी प्रभारी मयूर विहार रायपुर देहरादून, हेड कॉन्स्टेबल सन्तोष कुमार, हेड कॉन्स्टेबल दीपप्रकाश, हेड कॉन्स्टेबल प्रदीप सिंह, कॉन्स्टेबल सौरभ वालिया, कॉन्स्टेबल प्रमोद कुमार, कॉन्स्टेबल मनोज कुमार, कॉन्स्टेबल पंकज, कॉन्स्टेबल हिमांशु, कॉन्स्टेबल रविन्द्र टम्टा (थाना डोईवाला), महिला कॉन्स्टेबल दीपिका , महिला कॉन्स्टेबल मीना।
एसओजी टीम:- एसओजी इंचार्ज इंस्पेक्टर एनके भट्ट, एसआई हर्ष अरोडा, हेड कॉन्स्टेबल किरन, कॉन्स्टेबल ललित, कॉन्स्टेबल नरेन्द्र, कॉन्स्टेबल देवेन्द्र, कॉन्स्टेबल विपिन, कॉन्स्टेबल रविन्द्र, कॉन्स्टेबल आशीष।
गिरफ्तार अभियुक्तों से बरामद माल :-