- 24 घंटे के भीतर हत्यारे पति के गिरेबान तक पहुंचे हरिद्वार पुलिस के हाथ
- पेशे से ड्राइवर पति ने ईंट मारकर उतारा था नेपाली मूल की पत्नी को मौत के घाट
- गृह क्लेश व सहनशीलता की कमी बनी 18 वर्षीय वैवाहिक जीवन के अंत की वजह
- बच्चों ने अपनी मृतक मां पर लगाए खाना मांगने पर मारपीटाई करने के आरोप
- मृतका के देवर की तहरीर पर दर्ज किया गया था हत्या का मुकदमा
हरिद्वार/ज्वालापुर, आज बुद्धवार 18 जुलाई 23 को राजीव नगर कॉलोनी लाल मंदिर में एक व्यक्ति द्वारा अपनी पत्नी की हत्या करने की सूचना मिलने पर सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल, ज्वालापुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा, रेल चौकी इंचार्ज एसआई सुधांशु कौशिक, महिला एसआई संदीपा भंडारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास के लोगो ने पूछताछ पर बताया कि तीन बच्चों के पिता हत्यारोपी नीटू का अपनी पत्नी गीता के साथ आए दिन घर के कामकाज को लेकर लड़ाई झगड़ा होता रहता था।
घटना के समय दो छोटे बच्चे दोस्त के घर पर थे, बड़ा लड़का घर पर ही था। बड़े लड़के द्वारा बताया कि हमेशा की तरह कल 17 जुलाई की रात को उसकी मां द्वारा खाना मांगने पर उसके छोटे भाई बहन से मार-पीटाई करने पर उनके पिता दोनों छोटे भाई-बहन को कहीं बाहर छोडकर आ गये। इस बात को लेकर दोनों के बीच लडाई झगडा और मार-पिटाई होने लगी। इस दौरान गीता ने नीटू पर ईट मारी। जब नीटू ने वही ईट गीता पर मारी को वह चोटिल होकर नीचे गिर गयी। इसके बाद नीटू ने ईट से कई सारे वार किये जिससे गीता की मृत्यु हो गयी। आज सुबह करीब 9 बजे से नीटू घर से फरार हो गया।
एसआई संदीपा भंडारी द्वारा पंचायतनामा की कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हत्यारोपी के भाई की तहरीर पर कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा अपराध संख्या 525/23 धारा 302 आईपीसी दर्ज कर पुलिस टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए 24 घंटे के अंदर अभियुक्त नीटू पुत्र अमरदास सैनी को ऊंचा पुल के नजदीक से दबोच लिया। कत्ल में प्रयुक्त ईट व खून से सने कपड़े बरामद किया गया। नियमानुसार कार्यवाही प्रचलित है।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त :- नीटू सैनी पुत्र अमरदास सैनी निवासी राजीव नगर कॉलोनी आर्य नगर ज्वालापुर हरिद्वार उम्र 40 वर्ष
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम :- एसएचओ ज्वालापुर कुंदन सिंह राणा, एसएसआई संतोष सेमवाल, एसआई सुधांशु कौशिक (इंचार्ज चौकी रेल), एसआई संदीपा भंडारी, एएसआई पुष्कर सिंह चौहान, कॉन्स्टेबल हसलवीर, कॉन्स्टेबल गणेश तोमर और कॉन्स्टेबल अमित।