- एसओजी देहात व ऋषिकेश पुलिस की संयुक्त टीम ने किया 5 ठगी के मामलों का खुलासा
- एटीएम बदलकर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय शातिर गिरोह के 3 सदस्य, मय i-10 गाड़ी, एक सोने की चेन व 70,000 रुपए नकद के साथ गिरफ्तार
- ठगी को अंजाम देने के लिए किराए पर ली 2 स्कूटी भी पुलिस ने की सीज
ऋषिकेश/देहरादून, आजकल एटीएम बदलकर ठगी करने की लगातार घटनायें घटित हो रही हैं, कोतवाली ऋषिकेश में शिकायतकर्ता ओमप्रकाश रयाल पुत्र शांति प्रसाद रयाल निवासी ग्राम नसोगी पोस्ट ऑफिस मुंडाला जिला टिहरी गढ़वाल के द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरा एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की गई तथा मेरे खाते से 24,225 रुपए निकाल लिए हैं। दिनांक 2 अगस्त 2021 को मैं हरिद्वार रोड पीएनबी बैंक के एटीएम में गया था, जहां पर मेरे साथ यह घटना घटी है। शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 377/21 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
दूसरे शिकायतकर्ता रामचंद्र यादव निवासी भल्ला फार्म गली नंबर 2 श्यामपुर ऋषिकेश के द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया कि मेरे पीएबी बैंक के खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा 3000 रुपए एटीएम बदलकर निकाल लिए हैं। मेरे पास मोबाइल में मैसेज आने के बाद मुझे यह जानकारी प्राप्त हुई है। शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 378/21 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
तीसरे मामले में कोतवाली ऋषिकेश में महिला शिकायतकर्ता साधना पति पत्नी लक्ष्मण प्रसाद सती निवासी 73 इंदिरा नगर ऋषिकेश के द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया गया कि पुत्री एटीएम कार्ड लेकर स्टेट बैंक से पैसे निकालने गए थी। बस अड्डा ऋषिकेश के पास किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरी पुत्री का एटीएम बदलकर उसके खाते से लगभग 30,500 रुपए निकाल लिए हैं। महिला की शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 379/21 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
चौथे मामला कोतवाली ऋषिकेश में महिला शिकायतकर्ता विमला कंडारी पत्नी स्वर्गीय रणवीर सिंह कंडारी निवासी श्यामपुर ऋषिकेश के द्वारा एक प्रार्थना पत्र दिया कि 2 अगस्त 2021 की दोपहर को मैं श्यामपुर बाजार स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम में गई थी। जहां पहले से एक व्यक्ति मौजूद था। उस व्यक्ति के द्वारा मदद करने के नाम पर मेरा एटीएम बदलकर मेरे खाते से 14,000 रुपए निकाल लिए हैं। महिला शिकायतकर्ता की उक्त शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 380/20 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई है।
पांचवा मामला कोतवाली ऋषिकेश में शिकायतकर्ता सत्यनारायण पुत्र कृष्णा राव निवासी 206 डेक्कन वैली बद्रीनाथ रोड टिहरी गढ़वाल के द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है कि 3 अगस्त 2021 को मैं गुरुद्वारा रोड के आगे मारुति शोरूम के पास एचडीएफसी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने गया था। जहां अज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरा एटीएम कार्ड बदलकर 25,000 रुपए निकाल लिए हैं। शिकायतकर्ता की उक्त शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 381/21 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
एटीएम बदलकर ठगी करने की लगातार घटित घटनाओं के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून डॉ योगेन्द्र सिंह रावत के द्वारा स्वयं आवश्यक दिशा निर्देश देकर तत्काल उपरोक्त घटनाओं में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर शत-प्रतिशत बरामदगी करने हेतु आदेश दिया था।
प्राप्त आदेशों के अनुपालन में एसपी देहात ने सीओ ऋषिकेश महोदय के निर्देशन में आवश्यक दिशा निर्देशों के साथ पुलिस टीम गठित की गई। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश द्वारा स्वयं सभी टीमों का नेतृत्व करते हुए उच्च अधिकारी गणों से प्राप्त निम्नलिखित दिशा का पालन करवाया। गठित पुलिस टीम द्वारा किया गया कार्य
1- सभी पीड़ित शिकायतकर्ता से प्रभारी निरीक्षक महोदय द्वारा स्वयं घटना की जानकारी ली गई।
2- जहां जहां से एटीएम बदली हुई है, वहां के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर उसका बारीकी से विश्लेषण किया गया।
3- एटीएम बदलने संबंधी घटनाओं में संलिप्त पुराने अभियुक्तों के विषय में बाहरी जनपदों से भी जानकारी हासिल की गई।
4- चीता पुलिस एवं बीट कर्मचारी गणों की सहायता से कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सभी एटीएम में निगरानी रखी गई।
5- सीसीटीवी से प्राप्त एटीएम बदलने वाले संदिग्धों की वीडियो एवं फोटो को मुखबिर तंत्र को देकर पुलिस टीम के द्वारा स्वयं भी जगह जगह पर ढूंढा गया।
प्राप्त दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पुलिस टीमों द्वारा बाहरी जनपदों व उत्तराखंड के 13(तेरह) एटीएम बदलने वाले संदिग्धों के विषय में जानकारी हासिल कर सर्विलांस की सहायता से उनकी जानकारी की गई।
70 से अधिक एटीएम, बैंक, बाहरी संस्थानों, घरों व दुकानों आदि के सीसीटीवी कैमरे को बारीकी से चेक किया।
जिस पर कल दिनांक 3 अगस्त 2021 को गठित पुलिस टीम सीसीटीवी से प्राप्त तीन संदिग्ध की तलाश हेतु काली मंदिर तिराहा निकट चंद्रभागा पुल के पास चेकिंग कर रही थी तो मुखबिर की सूचना पर ऋषिकेश बॉर्डर के पास श्री गंगा होटल निकट कैलाश गेट के बाहर i-10 गाड़ी में सामान रखते हुए तीन संदिग्धों को पकड़ा गया। जिनकी शक्ल सीसीटीवी से प्राप्त फोटो से मिलती हुई है। पूछताछ करने पर तीनों व्यक्तियों द्वारा एटीएम बदलने की घटना को स्वीकारते हुए उनके पास से तलाशी के दौरान अलग-अलग बैंकों के बहुत से एटीएम कार्ड, एक सोने की चेन व 70000 रुपए नकद बरामद हुए हैं। जिस पर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम पते
1- शाहनवाज पुत्र सज्जन निवासी 28/1, गली नंबर 1, कृष्णा नगर दिल्ली 31
मूल निवासी- ग्राम डगरिया, थाना बदायूं जनपद बदायूं उत्तर प्रदेश
उम्र 25 वर्ष
2- मोहम्मद शादीन पुत्र मोहम्मद यासीन निवासी A-87 गली नंबर 1 कबीर नगर पश्चिमी दिल्ली
मूल निवासी- ग्राम डगरिया, थाना बदायूं जनपद बदायूं उत्तर प्रदेश
उम्र 22 वर्ष
3- सज्जन पुत्र इस्माइल निवासी मकान नंबर 11 गली नंबर 5 कांति नगर दिल्ली 51
मूल निवासी- ग्राम बनेई, थाना बदायूं, जनपद बदायूं उत्तर प्रदेश
उम्र 24 वर्ष
पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों से बरामदगी का विवरण
1- 111 एटीएम कार्ड ( विभिन्न बैंकं)
2- 70,000 रुपए नकद
2- एक सोने की चेन ( ठगी के एटीएम का प्रयोग कर खरीदी हुई)
3- i-10 कार DL3C-BF-7719 रंग सिल्वर
4- किराए पर लेकर घटना में प्रयुक्त एक्टिवा UK14-B-2509
5- किराए पर लेकर घटना में प्रयुक्त सुजुकी एक्सेस नंबर UK14-TA-2906
घटना करने का तरीका
पूछताछ में उपरोक्त तीनों अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग दिल्ली के निवासी हैं। जिनमें से अभियुक्त शाहनवाज का मोबाइल एसेसरीज बेचने का काम है। अभियुक्त सज्जन का कबाड़ी का काम है। तथा अभियुक्त शादी का करोल बाग में पुरानी जींस बेचने का काम है।
यह तीनों आपस में रिश्तेदार हैं तथा अनपढ़ हैं। उपरोक्त तीनों पिछले दो-तीन वर्षों से एटीएम बदलने का कार्य करते हैं। इनके द्वारा दिल्ली से बाहर रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश देहरादून सहारनपुर हल्द्वानी नैनीताल आदि जगह पर घूमने का बहाना कर होटल में रुकते हैं। तथा आसपास किराए की स्कूटी लेकर ऐसे एटीएम को चिन्हित करते हैं जिनमें गार्ड ना हो या एकांत में हो। इसके पश्चात बुजुर्ग एवं महिलाएं लोगों को चिन्हित करते हैं जिनके द्वारा एटीएम प्रयोग करने में परेशानी होने पर तत्काल इनके द्वारा मदद करने के नाम पर इनका एटीएम बदल दिया जाता है तथा इनका पासवर्ड देखकर किसी अन्य ए.टी.एम से तत्काल पैसे निकाल लिया करते हैं। अपनी पहचान छिपाने हेतु यह लगातार कपड़े एवं स्कूटी भी आपस में बदलते रहते हैं।
अपराधिक इतिहास के लिए उपरोक्त तीनों अभियुक्तों के विषय में डीसीआरबी एवं सरहदी जनपदों को इनकी जानकारी भेज कर इनके अपराधिक इतिहास की जानकारी ली जा रही है। पकड़े गए तीनों अभियुक्तों को समय से माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में शिशुपाल सिंह नेगी प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश, ओम शांति भूषण प्रभारी एसओजी देहात, एसएसआई ऋषिकेश मनमोहन सिंह नेगी, एसआई एसओजी देहात शांति प्रसाद चमोली, कॉन्स्टेबल एसओजी देहात नवनीत नेगी, कॉन्स्टेबल एसओजी देहात कमल जोशी, महिला कॉन्स्टेबल एसओजी देहात जमुना नेगी, कॉन्स्टेबल संदीप छाबड़ी, कॉन्स्टेबल सचिन सैनी, कॉन्स्टेबल अनित कुमार, कॉन्स्टेबल विकास कुमार, कॉन्स्टेबल तेज सिंह, कॉन्स्टेबल गब्बर सिंह, चालक जितेंद्र और कॉन्स्टेबल आरक्षी मीना नेगी आदि थे