- गुमशुदगी की मर्डर मिस्ट्री का एसएसपी हरिद्वार टीम ने किया 48 घंटे में खुलासा
- अभियुक्त के लालच और विश्वासघात ने ली बुजुर्ग महिला की जान
- खुद को बचाने के लिए आरोपी ने चली थी चाल लेकिन हरिद्वार पुलिस निकली ज्यादा तेज, किया गिरफ्तार भेजा जेल
- आरोपी ने पुताई के दौरान महिला के घर से चोरी की थी ज्वैलरी, महिला को लग गई थी भनक
- महिला के घर में पुताई करने वाला नसीम ही निकला हत्यारा, नहर में धक्का देकर की थी हत्या
- महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध पर हरिद्वार पुलिस है बहुत संवेदनशील, कठोर दण्ड मिले इसलिए सभी साक्ष्य संकलित करने के निर्देश दिए गए:एसएसपी हरिद्वार
हरिद्वार /ज्वालापुर 10 मई, शिकायतकर्ता निखिल कुमार निवासी पीठ बाजार ज्वालापुर द्वारा बीती 8 मई को उनकी माता सुनीता देवी के बिना बताए कहीं चले जाने के संबंध में कोतवाली ज्वालापुर पर गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। पुलिस टीम द्वारा महिला की तलाश हेतु किए जा रहे प्रयासों में सीसीटीवी मददगार साबित हुई जिसमें उक्त महिला 8 मई को सुबह लगभग 8 बजे एक सफेद ई रिक्शा में एक व्यक्ति के साथ बैठ कर जाती हुई दिखाई दी।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीम द्वारा ई रिक्शा चालक की जानकारी करने पर पता चला कि उसके द्वारा महिला व उसके साथ बैठे एक व्यक्ति को ई रिक्शा से पथरी रोह पुल के पास छोड़ दिया गया था जिनके द्वारा रिक्शा चालक का नम्बर लेकर वहीं पर इंतजार करने को कहा गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा उक्त महिला व उसके साथ जाने वाले व्यक्ति की कॉल डीटेल की जानकारी की तो दोनों का आपस में बातें करना पाया गया तथा दोनों की लोकेशन पथरी रोह पुल के पास होने पर शक गहरा गया।
बीती 9 मई को एक अज्ञात महिला का शव सोनाली पुल के पास मिला जिसकी शिनाख्त अरविन्द कुमार द्वारा अपनी माताजी के रूप से की गयी। पुलिस टीम द्वारा सर्विलान्स की मदद से आरोपी नसीम पुत्र मीर हसन निवासी पॉवधोई को बाल्मिकी बस्ती ज्वालापुर से दबोचा गया। जिसके द्वारा मृतका सुनीता की नहर में धक्का देकर हत्या करने की बात को कबूला गया। तथ्यों के आधार पर मुकदमें में धारा 302 आईपीसी की बढोतरी की गयी।
अभियुक्त नसीम द्वारा 12 वर्ष पहले सुनीता देवी के घर पुताई का कार्य किया गया था, जिनके द्वारा 04 माह पूर्व पुनः उसे घर की पुताई का काम सौंपा गया। पुताई के दौरान नसीम द्वारा उनके घर से चाँदी व सोने के अभूषण चोरी कर लिए थे जिसका पक्का शक सुनीता देवी को नसीम पर हो गया था। नसीम भी इस बात को समझ गया था। सुनीता देवी द्वारा घर में चोरी की शिकायत पुलिस में करने की बात की गई थी तभी से आरोपी नसीम द्वारा सुनीता देवी को ठिकाने लगाने की योजना बनाई गई थी।
नसीम द्वारा प्लानिंग के तहत सुनीता देवी को पूरी तरीके से विश्वास में लेकर झाड़ फूंक वाले के माध्यम से चोर का पता लगाने की बात बताई गयी। जिस कारण सुनीता देवी को नसीम पहले पथरी रोह पुल के पास मजार में ले गया पर भीड़ भाड़ ज्यादा होने के करना अपने इरादों में नाकाम रहा।
आरोपी द्वारा बीती 8 मई की सुबह पुनः सुनीता देवी को बाल्मिकी चौक के पास बुलाकर ई रिक्शा के माध्यम से पथरी रोह पुल के पास ले गया, जहाँ सुनसान जगह में पूजापाठ का बहाना कर सुनीता देवी के कान के कुण्डल व अंगूठी उतरवा ली और गंगनहर में जल चढाने के बहाने धक्का दे दिया और चुपचाप घर चला आया। अभियुक्त की निशांदेही पर घर से चोरी किए गये जेवर एवं घटना वाले दिन सुनीता देवी से उतारे गये जेवर व अन्य सामान बरामद किया गया।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त- नसीम पुत्र मीर हसन निवासी पॉव धोई ज्वालापुर हरिद्वार।
गिरफ्तार अभियुक्त से बरामद माल- 4 अदद पीली धातु के कुण्डल, एक पीली धातु की अंगूठी, पीली धातु के धागे – 2 अदद, पीली धातु की लॉग 1 जोड़ी, पीली धातु का पैंडल 1 अदद, सफेद धातु की पायल एक जोड़ी और चाँदी के सिक्के एवं अन्य सामान।
अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम ज्वालापुर से इंस्पेक्टर कुन्दन सिंह राणा, एसएसआई सन्तोष सेमवाल, एसआई विकास रावत, एसआई विजेन्द्र, हेड कांस्टेबल प्रेम सिंह, कांस्टेबल सन्दीप कुमार और कांस्टेबल सुनील कुमार
सीआईयू टीम इंचार्ज रणजीत तोमर, कांस्टेबल वसीम अकरम और कांस्टेबल उमेश कुमार।
इस घटना के खुलासे मे हेड कांस्टेबल प्रेम, कांस्टेबल सुनील एवं संदीप द्वारा सीसीटीवी का गहनता से अवलोकन कर घटना के अनावरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई।
मास्टर माइंड मुकदमा दर्ज शिकायतकर्ता ट्रैफिक मुकदमा अपराध संख्या खूफ़िया जाँच पड़ताल देख रेख
कर जेल भेजा एसएसआई सीओ एसएचओ एसओ एसआई एसटीएफ