देहरादून 23 फरवरी, जनपद देहरादून निवासी एक महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून उत्तराखण्ड़ में प्रार्थना पत्र दिया, जिसमे उनके द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा ऑनलाईन शॉपिग हेतु अमेजन शॉपिग एप्प का प्रयोग किया जाता है , एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे मोबाइल फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को अमेजन कस्टमर केयर से बताते हुये उनके मोबाइल नम्बर पर गिफ्ट निकलने की बात कहकर उसके डिटेल व्हटसप के माध्यम से शिकायतकर्ता को उपलब्ध करायी गयी और 5 हज़ार 99 रुपये के भुगतान की बात कही गयी व मोबाइल पर लिंक भेजा गया जिसे शिकायतकर्ता द्वारा क्लिक किया गया तो अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके खाते से 49 हज़ार रुपये धोखाधडी से निकाल लिये गये । उपरोक्त प्रकरण में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दूसरा मामला मे नथनपुर, देहरादून निवासी व्यक्ति के द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ को प्रार्थना पत्र दिया तथा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा ओएलएक्स एप्प पर अपना पुराना सामान बेचने हेतु विज्ञापन दिया गया था एक व्यक्ति द्वारा मुझसे मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क कर उक्त सामान खरीदने हेतु बताया व अपनी फोटो आईडी आदि उपलब्ध कराते हुये सामान की कीमत 15 हज़ार रुपये गूगल पे के माध्यम से भुगतान हेतु कहते हुये पहले 5 रुपये ट्रायल के रुप में शिकायतकर्ता को भेजे गये व फिर शेष धनराशि भेजने हेतु शिकायतकर्ता के मोबाइल फोन पर लिंक भेजने की बात कहकर लिंक भेजा गया जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा उक्त लिंक पर क्लिक किया गया तो अज्ञात व्यक्ति द्वारा उनके खाते से रुपये 15 हज़ार रुपये धोखाधडी से निकाल लिये गये । इस प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से एसआई सेमवाल द्वारा जांच की गयी तो पता चला कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि पेटीएम के माध्यम से प्राप्त कर उपयोग करना पाया गया जिसे तत्काल फ्रीज कराया गया, तथा मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर भी राजस्थान का होना पाया गया । प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद देहरादून को भेजा जा रहा है।
तीसरे मामले मे शिमला बाईपास, देहरादून निवासी व्यक्ति के द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड़ को प्रार्थना पत्र दिया तथा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा यूपीसीएल में बिल का भुगतान किया जा रहा था जिसका भुगतान ज्ञात न होने के कारण शिकायतकर्ता द्वारा यूपीसीएल के कस्टमर केयर पर फोन किया गया जिसमें उनके द्वारा बताया गया कि उनके बिल का भुगतान नही किया गया , जिस पर शिकायतकर्ता द्वारा गूगल पर पंजाब नेशनल बैक के कस्टमर केयर नम्बर को सर्च किया गया व उस नम्बर पर फोन किया गया तो उस व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता को उनकी पेमेन्ट रुकी होने की बात कहकर उन्हे लिंक भेजा गया जिसे शिकायकर्ता द्वारा स्वीकार कर लिया गया जिस पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा शिकायतकर्ता के खाते से 38 हज़ार 500 रुपये धोखाधडी से निकाल लिये गये। इस प्रार्थना पत्र पर साईबर थाने से एसआई राजेश ध्यानी द्वारा जांच की गयी तो ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि अज्ञात द्वारा पंजाब नेशनल बैक बिहार की शाखा में प्राप्त कर उपयोग करना पाया गया जिसे तत्काल फ्रीज कराया गया, तथा मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो यह नम्बर भी बिहार का होना पाया गया । प्रकरण में आगे की कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद देहरादून को भेजा जा रहा है ।
साईबर सुरक्षा टिप
कभी भी अपनी व्यक्तिगत या बैंकिग डिटेल्स फोन व वाट्सअप कॉल पर किसी से भी साझा न करें । कोई भी बैंक या वॉलेट आपको फोन कर आपकी बैंकिग डिटेल नही मांगता है ।
कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी / बैंक का कस्टूमर केयर नम्बर न ढूंढें । कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी / बैंक की अधिकारिक वैबसाईट से ही देखें ।
कभी भी किसी से अपने डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड की जानकारी शेयर न करें । कोई भी बैंक या वॉलेट आपको फोन कर आपकी बैंकिग डिटेल नही मांगता है ।
फेसबुक, मेट्रीमोनियल साईट्स, डेटिंग एप्प व अन्य सोशल साईट्स में किसी भी अज्ञात व्यक्ति/महिला से मित्रता न करें न ही उसके बहकावें मे आये ।
किसी भी साईबर शिकायत / सुझाव के लिए–
संपर्क: 0135-2655900
email- ccps.deh@uttarakhandpolice.uk.gov.in
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