- पुलिस की युवती की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई
- दुष्कर्म मामले में वांछित चल रहे आरोपी सराय से धरा
- शादी का झांसा देकर दुष्कर्म, मारपीट व जान से मारने की धमकी देने के हैं आरोप
- आरोपी की पीड़िता से 3 साल से थी पहचान
हरिद्वार, 2 जून, ज्वालापुर क्षेत्र में एक युवती के साथ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर मामले में पुलिस ने आरोपी समीर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी उसी दिन, सोमवार 2 जून को की गई जब युवती की ओर से लिखित तहरीर दर्ज कराई गई थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ज्वालापुर निवासी एक युवती ने कोतवाली ज्वालापुर में दी गई अपनी लिखित शिकायत में बताया कि क्षेत्र निवासी समीर अंसारी ने उससे शादी का वादा किया और इसी बहाने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। बाद में जब युवती ने शादी की बात दोहराई तो आरोपी ने ना केवल इंकार कर दिया बल्कि मारपीट की और जान से मारने की धमकी भी दी। युवती ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी लंबे समय से उसे डराकर, धमकाकर शोषण करता रहा।
युवती की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 169/2025 दर्ज किया, जिसमें भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2) (हत्या का प्रयास), 127(2) (बल प्रयोग द्वारा अपराध करना), 191(2) (झूठे वादे से धोखा देना) और 69 (धमकी देना) के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देशन में जनपद में अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के अंतर्गत कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान समीर अंसारी पुत्र नौशाद अंसारी निवासी सराय, ज्वालापुर के रूप में हुई है। आरोपी को सराय क्षेत्र से दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को थाने लाकर पूछताछ की गई और आवश्यक विधिक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे न्यायालय में पेश किया गया।
इस कार्रवाई में एसआई सोनल रावत, कॉन्स्टेबल रोहित कुमार और कॉन्स्टेबल मनोज डोभाल की अहम भूमिका रही। पुलिस टीम की त्वरित कार्यवाही की स्थानीय जनता और पीड़िता के परिजनों ने सराहना की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कहना है कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामलों में सख्त और तत्काल कार्रवाई की जाएगी, ताकि पीड़ितों को समय पर न्याय मिल सके और समाज में कानून का डर बना रहे।
इस गिरफ्तारी से यह संदेश गया है कि अपराधी चाहे जितना भी चालाक हो, कानून की पकड़ से नहीं बच सकता। पुलिस की सतर्कता और तत्परता से जहां एक ओर पीड़िता को न्याय की दिशा में राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर समाज में सुरक्षा का भरोसा भी मजबूत हुआ है।