देहरादून, 07 सितम्बर। “ऑपरेशन कालनेमि” मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के मार्गदर्शन में देवभूमि की आस्था की रक्षा के लिये उत्तराखण्ड पुलिस का बड़ा अभियान हैं। अभियान के तहत उत्तराखण्ड पुलिस असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्यवाही करते हुये जनता की सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा सर्वोपरि मान कर काम कर रहीं हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक धरोहर और मूल स्वरूप को सुरक्षित बनाए रखने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री के निर्देशन में उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन कालनेमि राज्यभर में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त कर रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त वैधानिक कार्यवाही करना है, जो अपनी वास्तविक पहचान छिपाकर समाज में घुलमिलकर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे थे और ठगी, धोखाधड़ी एवं धर्मान्तरण जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे थे।
ऑपरेशन कालनेमि के दौरान अब तक की गयी कार्यवाही एवं अभियान की उपलब्धियों के सम्बन्ध में आज दोपहर 12:30 बजे कोर्ट रोड स्थित सरदार पटेल भवन देहरादून में पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरणे ने प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा की उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा प्रदेश में इस अभियान के तहत 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया गया है। इनमें से 14 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। कुल 1182 व्यक्तियों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही अमल में लायी गयी है। बड़ी संख्या में संदिग्ध व्यक्तियों के दस्तावेजों की जाँच, ठगी से जुड़े मामलों का पर्दाफाश और बाहरी तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया गया है। इस अभियान का प्रभाव विशेषकर उन जिलों में अधिक देखा गया है, जहाँ बाहरी तत्वों की सक्रियता की सूचना प्राप्त हुई थी। हरिद्वार जिले में अब तक 2704 व्यक्तियों का सत्यापन किया गया और उनमें से 3 को गिरफ्तार किया गया। देहरादून जिले में 922 व्यक्तियों का सत्यापन और 5 गिरफ्तारियां की गईं। इसके अलावा टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और अन्य जिलों में भी पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है। “ऑपरेशन कालनेमि” ने समाज में सकारात्मक संदेश दिया है कि उत्तराखण्ड पुलिस किसी भी ऐसे तत्व को बख्शने के पक्ष में नहीं है, जो देवभूमि की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ छल करता है। उत्तराखण्ड पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है कि देवभूमि की पवित्र छवि अक्षुण्ण बनी रहे। इस दिशा में प्रदेश के प्रत्येक जिले में सतत निगरानी और सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। ऑपरेशन कालनेमि” के माध्यम से पुलिस का यह संदेश स्पष्ट है कि समाज और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत उत्तराखंड पुलिस का अभियान आगे भी सतत् रूप से जारी रहेगा।