हैदराबाद, तेलंगाना के एक हथकरघा बुनकर ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसने असाधारण बुनाई कौशल का प्रदर्शन करते हुए, इस युवा हथकरघा बुनकर ने एक साड़ी बुना है जिसे माचिस की डिब्बी में रखा जा सकता है। जिले के राजन्ना सिरसिला निवासी नल्ला विजय नाम के व्यक्ति ने ये रेशम की साड़ी बुनी है। हाथों से साड़ी बुनने में उन्हें सात तक लगते हैं और इसकी कीमत 12,000 रुपये है। अगर इसे मशीन पर बुना जाता है, तो इसमें दो से तीन दिन लगते हैं और इसकी कीमत 8,000 रुपये होती है। प्रतिभाशाली बुनकर अपने पिता नल्ला परांधमुलु से प्रेरणा लेकर पारिवारिक परंपरा को जारी रखे हुए है. वह हथकरघा पर ही साड़ी बुनते रहे हैं। उन्होंने तेलंगाना के कुछ मंत्रियों के सामने साड़ी प्रदर्शित की जिसकी तस्वीरें मंत्री के.टी. रामा राव ने ट्वीट की हैं। आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, विजय को हाथों से ऐसी साड़ी तैयार करने में 6 दिन लगते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नल्ला विजय द्वारा बनाई साड़ी का आकार एक आम साड़ी जितना ही है। उन्होंने कहा कि इस साड़ी को रंगने में भी किसी प्रकार के रसायन का इस्तेमाल नहीं किया जाता। साड़ी को रंग देने के लिए सब्जियों की डाई का इस्तेमाल किया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे कि भला ये कैसे हो सकता है? मगर गवाह हैं ये तस्वीरें जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। नाल्ला विजय ने इस असंभव को संभव बनाने का काम किया है