देहरादून 29 अगस्त, उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून प्रेमनगर के डूंगा गांव में में पुलिस ने एक फर्जी अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह अमेरिकी नागरिकों को नकली एंटी वायरस बेचकर ठगने का काम करता था। गिरोह के दो सदस्यों को एसटीएफ ने दबोच लिया है, जबकि सरगना समेत चार आरोपित फरार हैं। काल सेंटर से दो लैपटाप और 15 कंप्यूटर बरामद हुए हैं। दिल्ली के तीन निवासीयों समेत चार लोगों के पास से करोड़ों की लेनदेन के सुराग समेत लाखों रुपए की रकम बरामद की है। यह गिरोह देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र से काल सेंटर के जरिये ठगी कर रहा था। इसके लिए बाकायदा डेढ़ लाख रुपये किराये पर दफ्तर ले रखा था।
इसके सदस्य पहले अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर या लैपटाप पर विभिन्न माध्यमों से वायरस भेजता था और फिर उसे हटाने के लिए एंटी वायरस खरीदने का दबाव बनाते थे। पुलिस ने मौके से दर्जनों इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किये हैं। गिरोह के दो सदस्यों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सरगना समेत चार आरोपी फरार हैं। एसटीएफ को आरोपियों के खाते में एक माह के भीतर लाखों अमेरिकी डालर के ट्रांजेक्शन की जानकारी भी मिली है।
पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ जवाहर लाल ने बताया कि प्रेमनगर के डूंगा गांव में चल रहे गिरोह का सरगना अभिनव कुमार भारद्वाज मूल रूप से पटना बिहार का रहने वाला है। इसके अलावा गिरोह के अन्य सदस्य अनिकेत कुमार निवासी पटना (बिहार), पीयूष निवासी दिल्ली और कुलदीप सिंह निवासी दिल्ली सहित ये सभी फरार हैं। गिरोह के सरगना की तलाश में जल्द ही एसटीएफ की एक टीम बिहार भेजी जाएगी देर रात छापा मारा गया। काल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को आनलाइन माइक्रोसाफ्ट का नकली एंटी वायरस बेचा जाता था। पुलिस ने आरोपित दिल्ली के छतरपुर एन्क्लेव निवासी सुनीत गौतम और देहरादून निवासी सुमित धवन को गिरफ्तार कर लिया है।