देहरादून 26 अगस्त, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने कुंभ में कोरोना जांच घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। हरिद्वार के डीएम की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने कुंभ मेलाधिकारी और नोडल अधिकारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश मिलते ही दोनों आरोपी स्वास्थ्य अफसरों को सस्पेंड कर दिया है।
हरिद्वार कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच में बड़ा फर्जीवाडा हुआ था। मामले में डीएम की जांच में बड़ा खुलासा हुआ था। इस मामले में कुछ लैब को बिना कोरोना जांच के ही लाखों रुपये का भुगतान हुआ था। इस मामले में कुंभ मेले की कमान संभाल रहे स्वास्थ्य विभाग के दो अफसर कुम्भ मेला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अर्जुन सेंगर और नोडल अधिकारी एन के त्यागी को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए हैं। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर यह बड़ी कार्रवाई हुई है। अब तक कुछ अफसर इनको बचाने में जुटे थे। लेकिन मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आते ही दोनों अफसरों को फर्जीवाड़े के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए निलंबित कर दिया है। आरोप है कि दोनों ने कोरोना जांच में सही तरीके से निगरानी न करने और बिना जांच के 30 लाख के बिल जारी करने के आरोप में निलंबित किया गया है। उल्लेखनीय है कि हरिद्वार के जिलाधिकारी ने सीडीओ के नेतृत्व में कराई गई जांच की रिपोर्ट स्वास्थ सचिव अमित नेगी को सौंपी थी। जिसके बाद अब स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत तक यह रिपोर्ट पहुंच गई। दोनों अधिकारियों पर जांच में बड़े आरोपों की पुष्टि हुई है। इसके बाद इनको सस्पेंड कर दिया। हरिद्वार महाकुम्भ, 2021 में कोविड-19 की फर्जी रैपिड एन्टीजन टेस्टिंग प्रकरण में सम्बन्धित फर्मों के विरुद्ध यथाप्रक्रिया विधिक कार्यवाही किये जाने हेतु जनपद हरिद्वार के अन्तर्गत गठित एसआईटी के माध्यम से कार्यवाही हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को निर्देश दे दिये गये हैं। इधर, अब कुंभ मेले से जुड़े कई और प्रशासनिक, वित्तीय और कोरोना जांच से जुड़े अधिकारियों में हड़कंप मचा है। यदि जांच और गहनता से हुई तो प्रकरण में कई बडों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।