लखनऊ 21 अगस्त, उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह का शनिवार शाम लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है। कल्याण सिंह ने लखनऊ के अस्पताल में अंतिम सांस ली है, वह 89 साल के थे। पिछले कई दिनों से लखनऊ के अस्पताल में भर्ती थे और उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। कल्याण सिंह ने 2014 – 2019 के बीच राजस्थान के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया।
90 के दशक में भाजपा के राममंदिर आंदोलन को कल्याण सिंह ने ही अलग पहचान दी। अयोध्या में विवादित ढांचा गिरने की जिम्मेदारी ली और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी सन् 1932 को अलीगढ़ में अतरौली तहसील के मढ़ौली ग्राम के एक सामान्य किसान परिवार में हुआ। बचपन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए। कल्याण सिंह ने विपरीत परिस्थितियों में कड़ी मेहनत कर अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद अध्यापक की नौकरी की। साथ-साथ वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ कर राजनीति के गुण भी सीखते रहे। कल्याण सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में रहकर गांव-गांव जाकर लोगों में जागरूकता पैदा करते रहे।
कल्याण सिंह की गिनती भाजपा के शीर्ष नेताओं में होती है। इससे पहले अस्पताल ने कल्याण सिंह के स्वास्थ्य पर अपडेट दिया था कि राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह का संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा शनिवार रात जारी बयान में कहा गया कि सिंह लंबे समय से बीमार थे और उनके अंगों ने धीरे-धीरे काम करना बंद कर दिया जिससे शनिवार शाम उनका निधन हो गया. कल्याण सिंह के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के कई बड़े नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
कल्याण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ”मैं शब्दों से परे दुखी हूं. कल्याण सिंह जी…राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका अमिट योगदान है। उनके पुत्र श्री राजवीर सिंह से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम शांति।”
कल्याण सिंह का उत्तराखंड से खासा अच्छा सम्बन्ध रहा है देहरादून प्रवास के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पार्षद अजय सिंघल कल्याण सिंह का माल्यार्पण कर स्वागत करते हुए।