नैनीताल 21 जून, हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना जांच में फर्जीवाड़े के मामले में आरोपित मैक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज कंपनी के बाद अब लाल चंदानी लैब ने नैनीताल हाई कोर्ट में याचिका दायर की है जिसमे एफआईआर निरस्त करने तथा अदालत के आदेश पर जांच में पूरा सहयोग करने की बात कही गई है। दायर याचिका में गिरफ्तारी पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। सूत्र के अनुसार याचिका पर बुधवार को सुनवाई की जा सकती है। ।
नैनीताल हाई कोर्ट में आज सोमवार को लाल चंदानी लैब निदेशक मंडल की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि लैब आईसीएमआर से मान्यता प्राप्त है। मैक्स की ओर से लैब को जो कार्य दिया गया था, उसे लैब ने पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा किया है। लैब ने कहा है कि उसका अनुबंध मैक्स से है ना कि सरकार से। उनकी लैब द्वारा जितनी भी आरटीपीसीआर जांच की गई, उनके पास पूरा रिकॉर्ड है। याचिका में लैब ने कहा है, उनके पास कोविड टेस्ट के सारे रिकॉर्ड हैं,इसमें किसी तरह का कोई फर्जीवाड़ा नहीं हुआ है। लिहाजा एफआईआर को निरस्त किया जाय।
हरिद्वार महाकुंभ के दौरान कोरोना जांच घोटाले की जांच एसआइटी कर रही है। इसके अलावा सीडीओं के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम अलग से जांच कर रही है। ज्ञात हो पिछले सप्ताह मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिद्वार द्वारा नगर कोतवाली के मैक्स व लाल चंदानी कंपनी व नलवा लेब्रोट्रीज के के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट के साथ 420,467,468,128 समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। और इस बहुचर्चित मामले में हरिद्वार सीएमओ डॉ शंभू कुमार झा व मेलाधिकारी डॉ अर्जुन सिंह सेंगर के बयान भी दर्ज कर चुकी है। साथ ही टेस्टिंग कंपनी अधिकारियों को हरिद्वार तलब भी किया गया है।