- पर्यटन मंत्री ने लांच की पर्यटन विकास बोर्ड की नई वेबसाइट और सिंगल विंडो पोर्टल
- वेबसाइट अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में नियमित रूप से अपडेट की जाएगी
देहरादून 23 मार्च, पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने आज उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद गढ़कैंट में सिंगल विंडो पोर्टल व यूटीडीबी की नई वेबसाईट को लांच किया।
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि मौजूदा समय में टेक्नोलॉजी का महत्वपूर्ण स्थान है। अब उत्तराखंड पर्यटन भी अपनी नई वैबसाइट (टेक्नोलॉजी) के जरिए देश-विदेश के पर्यटकों तक अपनी पहुंच बनाने के साथ साथ यहां के पर्यटन को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करेगा।
गढ़कैंट स्थित उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के सभागार में आज उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की नई वेबसाइट और सिंगल विंडो पोर्टल लॉन्च के अवसर पर प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि वेबसाईट लोगों को एक क्लिक पर सब कुछ एक्सेस करने में आसानी प्रदान करेगी। श्री महाराज ने कहा कि इस वेबसाइट के माध्यम से हमारा प्रयास है कि सभी आवश्यक जानकारीे एक स्थान पर उपलब्ध हो सके, वेबसाइट अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में नियमित रूप से अपडेट की जाएगी। लांच किए गए यूटीडीबी वेबसाईट में पर्यटन क्षेत्र के बारे में नवीनतम जानकारी प्रदान करने के लिए इसे अच्छी तरह से विभाजित किया गया है।
सिंगल विंडो पोर्टल के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पर्यटन अलग से एक ’टूरिज्म इन्वैस्टर्स वैब पेज’ और ’टूरिज्म इन्वैस्टर्स सिंगल विंडो फैसिलिटेशन मैकेनिज्म’ भी लांच कर रहा है जो उत्तराखंड में निवेश नीति को बढ़ावा देंगे। इससे निवेशकों को राज्य में टूरिज्म प्रोफाइल तथा पर्यटन नीति 2018 के अंतर्गत मिलने वाले इन्सेंटिव व सब्सिडी तथा आगामी प्रोजैक्ट्स के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। वैबसाइट लांच के मौके पर पर्यटन मंत्री श्री महाराज ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए टूरिस्ट पुलिस की व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग को राज्य के अंदर ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि जो भी टूरिस्ट यहां आए उससे स्थानीय रेस्टोरेंट्स या होटल निर्धारित शुल्क पर ही खानपान की वस्तुएं उन्हें उपलब्ध करवाएं। पर्यटन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वह टैक्सी चालकों को उनके मोबाइल पर विभिन्न पर्यटन सर्किटों के साथ-साथ अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी भी उपलब्ध करवाएं, जिससे टूरिस्ट गाड़ी में बैठते ही उन स्थानों की जानकारी प्राप्त कर अपनी सुविधा अनुसार घूम सके। पर्यटन मंत्री ने फुट मसाज के लिए किसी एक्सपर्ट से ट्रेडिंग दिये जाने के लिए भी पर्यटन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
वैबसाइट लांच के अवसर पर पर्यटन सचिव श्री दिलीप जावलकर ने कहा कि यह वेबसाइट नए रूप व विषय के साथ और अधिक इंटरैक्टिव है। नई वेबसाइट में स्पाॅट कम्युनिकेशन, गाइड्स की सूची, ट्रैवल आॅपरेटर्स व यात्रा करने वालों के लिए ‘‘लाईव चैटबोट’’ जैसी सुविधाएं हैं, ताकि राज्य में आने वाले पर्यटकों को सारी जानकारी आसानी से मिल सके। उन्होने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि वेबसाईट में मौजूद संपूर्ण जानकारी विशेष रूप से यात्रियों के लिए आसान हो। उत्तराखण्ड राज्य के लोकप्रिय और ऑफबीट स्थलों की जानकारी वेबसाईट में अच्छी तरह से हाई लाईट हो सके इस ओर भी हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस वेबसाईट को उन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है जो उत्तराखंड की खोज करने वाले लोगों को 360 डिग्री की जानकारी प्रदान करेंगे। मुझे यकीन है कि यह वेबसाइट सभी के लिए लाभकारी होगी और देवभूमि, उत्तराखंड में पर्यटकों की अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करेगी।
सिंगल विंडो पोर्टल लांच के बारे मे पर्यटन सचिव ने कहा कि निवेशक 1.5 करोड़ रुपए तक की अधिकतम पूंजी सब्सिडी तथा बहुत से प्रोत्साहन प्राप्त कर सकते हैं। उन्होने कहा कि इसमें निवेशकों को एक समर्पित रिलेशनशिप मैनेजर भी मिलेगा जो पूरी निवेश प्रक्रिया के दौरान उनका मार्गदर्शन करेगा। उत्तराखंड पर्यटन प्रगति की राह पर आगे बढ़ते हुए निवेशकों के लिए प्रचुर अवसर प्रस्तुत कर रहा है। यह पेज निवेशकों को उत्तराखंड पर्यटन से संबंधित आगामी परियोजनाओं की सूचना देगा तथा उन्हें एक प्लैटफॉर्म मुहैया कराएगा जहां एक सिंगल पॉइंट पर निवेशकों को सभी जानकारियां प्राप्त होंगी। यह एक क्रांतिकारी कदम है जिससे पर्यटन क्षेत्र को बहुत बढ़ावा मिलेगा। इस वेबसाईट का लिंक https://investuttarakhand-co/uttarakhandtourism/ है। उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड की नई वेबसाइट और सिंगल विंडो पोर्टल लांच के अवसर पर पर्यटन विभाग के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर. एस. मीणा, निदेशक पर्यटन प्रशांत आर्य, अपर निदेशक पूनम चांद, अपर निदेशक विवेक चौहान, उपनिदेशक योगेंद्र कुमार गंगवार, वरिष्ठ शोधअधिकारी एस.एस. सामन्त सहित जयता चट्टोपाध्याय एवं अभिषेक श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।