देहरादून 17 मार्च, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से बुधवार सांय को बीजापुर अतिथि गृह में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की पुत्री क्रान्तीज्वाला नेगी ने शिष्टचार भेंट की। वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली को पेशावर कांड के महानायक के रूप में याद किया जाता है। 23 अप्रैल 1930 को हवलदार मेजर चन्द्र सिंह गढवाली के नेतृत्व में रॉयल गढवाल राइफल्स के जवानों ने भारत की आजादी के लिये लड़ने वाले निहत्थे पठानों पर गोली चलाने से मना कर दिया था। बिना गोली चले, बिना बम फटे पेशावर में इतना बड़ा धमाका हो गया कि एकाएक अंग्रेज भी हक्के-बक्के रह गये थे अपने पैरों तले जमीन खिसकती हुई सी महसूस होने लगी थी
उन्ही चन्द्र सिंह भंडारी की पुत्री क्रान्तीज्वाला नेगी के साथ उनके पुत्र संजय कुमार नेगी एवं नाती सुधांशु नेगी ने भी शिष्टचार भेंट के दौरान उपस्थित थे।