देहरादून। शिव का धाम जागेश्वर धाम उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थस्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह हजारों साल पुराने देवदार के पेड़ों से घिरे एक विशाल जंगल में स्थित है और इसमें 100 से अधिक प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें से कुछ 7वीं-12वीं शताब्दी ईस्वी के हैं। यह स्थान शैव परंपरा के धामों में से एक है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है।
धार्मिक महत्व: जागेश्वर को भगवान शिव की तपोस्थली माना जाता है, जहाँ उन्होंने ज्ञान प्राप्त किया था। यह भारत के सबसे पुराने शिव मंदिरों में से एक है और इसे शिव की “जागृत” उपस्थिति के कारण यह नाम मिला है।
मंदिर परिसर: यह धाम लगभग 125 मंदिरों का समूह है, जिनमें से कई एक ही स्थान पर केंद्रित हैं। यह परिसर अपनी शांति और आध्यात्मिक शक्ति के लिए जाना जाता है।
प्राकृतिक सौंदर्य: जागेश्वर प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है और देवदार के घने जंगल से घिरा हुआ है। यह जटा गंगा नदी के पास स्थित है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: मंदिर का निर्माण कत्यूरी और बाद में चंद राजवंशों के शासनकाल के दौरान हुआ था। कुछ लोग मानते हैं कि आदि शंकराचार्य ने भी यहाँ मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया था।




